रिपोर्टर देवराज चौहान
राजगढ़.। मंगलवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का समारोह पूर्वक शुभारंभ शहर के स्वामी विवेकानंद स्कूल से किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ दीपक पिप्पल ने उपस्थित बच्चों से कृमि से होने वाले नुकसान पर विस्तार से बात की। उन्होंने बताया कि जिस बच्चे के पेट में कृमि होती है उसके विकास पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। पेट की कृमि शरीर के सभी पोषक तत्वों को खा जाती हैै, इससे बच्चे के विकास में बाधा आने लगती है। बच्चा सुस्त रहने लगता है उसका पढ़ाई में भी मन नहीं लगता। पोषक तत्वों की कमी होने से बच्चे में खून की कमी हो जाती है बच्चा एनीमिक होने लगता है। साथ ही कृमि ग्रसित बच्चे से संक्रमण दूसरे स्वस्थ्य बच्चों में भी होने का खतरा भी बना रहता है। इसीलिए इस अभियान के अन्तर्गत सभी 1 साल से 19 साल तक के बच्चों को एक साथ कृमि नाशक दवा का सेवन कराया जाता है। अभियान के दौरान मौजूद अधिकारियों एवं शिक्षकों ने सबसे पहले गोली का सेवन करते हुए बच्चों को गोली खाने के लिए प्रेरित करने का काम किया।
कार्यक्रम में मौजूद सिविल सर्जन डाॅ राजेन्द्र कठेरिया ने सभी बच्चों से कृमि नाशक दवा का सेवन करने की बात कही। साथ ही उन्होंने बहुत जल्द सभी स्कूलों के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने की बात भी कही। इस अवसर पर स्कूल प्रिंसिपल अमित शाह ने स्कूल के सभी बच्चों को सूचीबद्ध करते हुए कृमि नाशक गोली का सेवन कराया। साथ ही जो बच्चें छूट जाएंगे उन्हें 16 सिंतबर माॅपअप दिवस के दिन गोली का सेवन कराया जाएगा। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी बीएस बिसोरिया, बीएमओ डाॅ राजीव हरिओध, डीपीएम शैलेंन्द्र सौलंकी, डीसीएम सुनिल वर्मा, दीपक सक्सैना, बीपीएम रवि पिपलोटिया, जीपी पिपलोटिया, बीसीएम सैयद फिरोज सहित स्कूल स्टाॅफ एवं स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे।