अपने साथी को अटैक आने पर उसके स्वास्थ्य की मांगी दुआएं
संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल लगातार 12वें दिन भी जारी
देवराज चौहान सुदर्शन टुडे
राजगढ़। शनिवार को भोपाल में आंदोलनरत संविदा कर्मचारियों में से 10 लोगों को पुलिस ने बलपूर्वक गिरफ्तार करते हुए उन्हें जेल भेज दिया था। उनमें से एक कर्मचारी दीपक सक्सैना आरबीएसके समन्वयक के पद पर राजगढ़ में पदस्थ हैं। रविवार शाम को जमानत के बाद उन्हें घर पर अटैक आया और उन्हें तुरंत भोपाल स्थित एक अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। इस खबर को सुनकर खिलचीपुर नाके स्थित संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों में दुख के साथ-साथ रोष भी पैदा हो गया। सभी संविदा कर्मचारियों ने पंडाल में उनके स्वस्थ्य होने की दुआएं मांगी और शासन प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए नारेबाजी की
संविदा जिलाध्यक्ष सुधेंदु श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले दिनों मंडला जिले में एक एएएनएम उर्मिला पाटले जिसका पूरा परिवार उसके वेतन से चलता था, उसकी हार्ट अटैक के दौरान मौत हो गई। क्योंकि कम वेतन और उस पर दिन ब दिन बढ़ती महंगाई से परिवार का गुजर बसर होना मुश्किल हो रहा था। इसी तनाव के चलते उन्होंने संविदा की नौकरी में अपनी जान गवां दी। लेकिन फिर भी शासन प्रशासन हमारी मांगों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। धीरे-धीरे सभी संविदाकर्मी तनाव और डिप्रेशन के चलते कई बीमारियों की चपेट में आ जाएंगे। ऐसी स्थिति में जब इलाज करने वाले ही बीमार हो जाएंगे तो आमजन को कैसे स्वस्थ्य माहौल मिलेगा।
संविदा को लगाई झाड़ू
सोमवार को खिलचीपुर नाका स्थित संविदा पंडाल में समस्त संविदा कर्मचारियों ने संविदा शोषित कर्मचारी नारा लिखकर उस पर झाड़ू लगाई। इन कर्मचारियों का कहना है कि जिस प्रकार पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए कचरा साफ करना जरूरी है। उसी प्रकार यदि स्वास्थ्य विभाग में स्वस्थ्य माहौल बनाना है तो सभी कर्मचारियों को एक समान रखना जरूरी है, इसके लिए संविदा प्रथा खत्म करना होगी।