धार सुदर्शन टुडे- शांति का टापू मालवा निमाड़ भी अब अवैध शराब माफियाओं के कारण चर्चा में है। ग्वालियर-चंबल की तर्ज पर प्रशासनिक अधिकारियों पर भी हमले होने लगे हैं।एसडीएम व नायब तहसीलदार जैसे आलाधिकारियों पर भी जानलेवा हमले हो रहे वही उन्हें अगवाह करने का भी प्रयत्न किया गया था। एसडीएम नवजीवन पंवार को मुखबिर से सूचना मिली थी की अवैध रूप से शराब परिवहन की जा रही है जिस पर कार्यवाही के लिए एसडीएम व नायब तहसीलदार टीम सहित पहुंचे थे । वही अवैध शराब का मामला आबकारी विभाग के अधीन आता है पर इस प्रकार के अवैध परिवहन की सूचना आबकारी विभाग को नहीं थी इसमें कही न कही आबकारी विभाग की बड़ी चूक है । गुजरात में जाने वाली अवैध शराब माफियाओं के द्वारा धार से होकर ले जाई जाती है इस बात की जानकारी आबकारी विभाग को भी रहती है । जिस से यह अंदाजा लगाया जा सकता है की इस मामले ने आबकारी विभाग की बड़ी चूक सामने आई है।कुछ माह पूर्व भी अवैध शराब परिवहन करते 2 ट्रक आबकारी विभाग द्वारा पकड़े गए थे उस समय विभाग द्वारा दावा किया गया था की पकड़ी गई अवैध शराब के बैच नंबर से जांच कर प्रभावी कार्यवाही की जावेगी पर अभी की जांच की जा रही है । वही पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रतापसिंह की एक ओर प्रभावी कार्यवाही सामने आई है, कुक्षी थाना प्रभारी सीबी सिंह एवं निसरपुर चौकी प्रभारी जगदीश नीनामा को दोषी पाए जाने पर निलंबित कर दिया है । वही धार पुलिस कप्तान द्वारा गठित एसआईटी को बड़ी सफलता हाथ लगी है। एसआईटी ने अधिकारियों पर हमले के 10 आरोपियों को गुरुवार को चिह्नित किया था। इसके बाद रात में पुलिस ने आलीराजपुर से तीन आरोपियों को पकडऩे में सफलता हासिल कर ली है। इन तीनों आरोपियों की हमले में भूमिका पाई गई है। पुलिस के अनुसार तीनों आरोपी हमले के वक्त पांच मुख्य आरोपी में शामिल दिग्विजय उर्फ मोटला निवासी बड़ी अंबुआ आलीराजपुर के साथ थे। 150 जवान के द्वारा 80 कि.मी.क्षेत्र में सर्चिंग पुलिस की 5 टीमों में शामिल करीब 150 पुलिस जवानों ने आलीराजपुर क्षेत्र में करीब 80 किलो मीटर क्षेत्र में सर्चिंग की। जिसके बाद कदम, राकेश व मोहन सिंह को गिरफ्तार करके कल रात में करीब 2 बजे थाने पर लेकर आई। शुक्रवार सुबह थाने पर प्रकरण को लेकर कार्रवाई की गई, जल्द ही आरोपियों को कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा। जहां से रिमांड लेकर पुलिस प्रकरण के संबंध में पूछताछ करेगी। चिन्हित 10 में से 3 को दबोचा इस मामले में अभी 4 आरोपी फरार हैं, जिन पर 10-10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित है। इस प्रकरण में पहले पुलिस ने महेश, दिग्विजय, मुकाम, किडिया व सुखराम को आरोपी बनाया था। जिसमें से एक आरोपी गिरफ्तार किया गया। मामला हाई प्रोफाइल होने के कारण एसपी ने SIT टीम गठित की। जिसके बाद जांच के दौरान करीब 10 ओर आरोपियों को चिंहित किया गया। जिसमें से 3 आरोपियों को पकड़ा गया है। 15 से अधिक गांव 7 घंटे लगातार दबिश गुरुवार देर शाम के समय टीम के अध्यक्ष एडिशनल एसपी धार से पुलिस बल को लेकर अलीराजपुर की ओर रवाना हुआ। टीम में कुक्षी, बाग, डही सहित अन्य थानों का पुलिस बल शामिल रहा, जिसके बाद अलीराजपुर पुलिस टीम के सहयोग से ग्राम बडी, आंबुआ, मोरडुडिया सहित 15 से अधिक गांवों में करीब 7 घंटे तक दबिश दी गई। इस दौरान धार सायबर क्राइम ब्रांच की टीम भी विशेष रुप से शामिल रही। एक्शन में पुलिस, अधिनस्थों को बचा रहा आबकारी विभाग कुक्षी में 13 सितम्बर को शराब माफियाओं द्वारा अधिकारियों पर किए गए हमले के बाद पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रतापसिंह ने कुक्षी थाना प्रभारी सीबी सिंह एवं निसरपुर चौकी प्रभारी जगदीश नीनामा को दोषी पाए जाने पर निलंबित कर दिया है। वही दूसरी ओर आबकारी विभाग की ओर से अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है जिला मुख्यालय पर बैठे आबकारी अधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मचारियों की इस मामले में क्या भूमिका रही है यह भी तय नहीं कर पा रहे है जिला आबकारी अधिकारी यशवंत धनोरा का कहना है कि हमारे विभाग के अधिकारियों वहां पदस्थ है उनको भी सूचना मिलती है और समय-समय पर कार्रवाई की जाती है । यह पर्टीकुलर किसी मैटर में हो सकता है सूचना नहीं मिली हो अभी जांच की जा रही है कि किसकी भूमिका उसके अंदर थी। भूमिका होगी तो कार्रवाई की जाएगी।