स्थानीय प्रशासन से न्याय न मिलने पर ग्रामीणों सीएम की चौखट पर लगाई न्याय की आस।
हरदोई – सदर तहसील व ब्लाक अहिरोरी क्षेत्र की गाँव अटवा कटैया में अवैध तरीके से भूमि माफिया की पत्नी के नाम हुए अवैध पट्टा आवंटित किए जाने के मामले में दर्जनों ग्रामीणों मुख्यमंत्री के जनता दरबार में प्राथना पत्र देकर मामले की उच्च स्तरीय अधिकारी से निष्पक्ष जांच कर पट्टा ख़ारिज कराने की मांग की है।
आपको बताते चलें कि तहसील सदर क्षेत्र की विकास खण्ड अहिरोरी क्षेत्र के गाँव अटवा कटैया के ग्रामीण नन्हें, जैनकुमार,छोटे, जलाल, समल्ले,साबिर,हसनू,रहमत अली, इस्लाम हाशमी,रामदास,बबलू,बाबू, रियाजुद्दीन, मीनू सिंह आदि ने प्राथना पत्र पर ग्राम प्रधान नीलम देवी की संस्तुति लेते हुए ग्राम पंचायत में बीते वर्षों आवंटित हुए अवैध पट्टे को ख़ारिज करने के लिए सामुहिक रूप से मुख्यमंत्री आवास पर उनके जनता दरबार में दरख्वास्त लगाई है। ग्रामीणों का कहना है कि उनके गाँव अटवा कटैया के ही निवासी बिस्वराज सिंह उर्फ रमेश सिंह जो काफ़ी दबंग व झगड़ालू, भूमि माफिया किस्म के व्यक्ति है।जिन्होंने ने पूर्व प्रधान व लेखपाल, कानून गो से सांठगांठ करके अपनी पत्नी शीला सिंह के नाम पूर्व में पट्टा करा लिया है।उक्त पट्टे में गाटा संख्या 112, 1114, 1115, 1116, 1119 तथा अन्य शमशान, कब्रिस्तान सहित ग्राम पंचायत की सरकारी भूमि चारागाह,जंगल झाड़ी,ख़ालिहान, तालाब,वृक्षारोपण, गोबर घूरा गड्डा,ऊसर हैं।जबकि ज़िल्द चकबंदी 1372 फ़0 के आधार पर दर्ज हैं। विपक्षी व पूर्व प्रधान ने पूर्व के राजस्व लेखपाल, कानून गो आदि से मिलकर सरकारी कागज़ों में गड़बड़ी कराकर सारी ज़मीन कब्जा कर ली है। अटवा गाँव बाजार के पास एक पुराना बाग है,जिसमें चांदी,शीशम,जामुन, गूलर,आम,पीपल, अर्जुन आदि के पेंड़ खड़े हैं। उक्त बाग के पेंडो को प्राथी नन्हे लोहार पुत्र सूरज लोहार के पूर्वजों ने लगाये थे।जिसकी व उक्त पूरे मामले की जाँच के समय अधिकारियों के द्वारा ग्रामीणों से पूछ लिया जाए और बताया कि विपक्षी भूमि माफिया प्रवत्ति का एवं काफ़ी खेती व पैसे वाला दबंग व्यक्ति हैं। जिसके कारण क्षेत्रीय अधिकारी कर्मचारी विपक्षी का समर्थन करते हैं, और इससे पहले जिलाधिकारी से जनता मिलन व ऑनलाइन प्राथना पत्र एवं मुख्यमंत्री से की गई ऑनलाइन शिकायतों में चकबंदी लेखपाल व चकबंदी के अन्य अधिकारी व राजस्व लेखपाल,कानून गो आदि बिना मौके की जाँच किये विपक्षी के घर बैठकर फ़र्जी आख्या लगा देते हैं जिससे विपक्षी के हौशले और भी बुलंद हैं।