सुदर्शन टुडे के लिए खरगोन से शाहिद खान की रिपोर्ट
फिर रासायनिक खाद की किल्लत आई सामने वैसे तो यह समस्या भी हर जगह है लेकिन हम समस्या दिखा रहे हैं उमरखली सोसाइटी से जु़ड़े किसानों की जैसे कि प्रशासन को जानकारी ही हैकि निमाड़ में लोग 10-15 मई से कपास और 25 मई सेएक मिर्ची की बोनी चालू कर कर देते हैं कृषि वैज्ञानिक कहते हैं कि किसानों को आधार खाद के रूप में डीएपी या एनपीके की आवश्यकता होती है और बुवाई के समय ही डालना चाहिए ताकि पौधे की जो प्रारंभिक जरूरत है वह पूरी हो सके और पौधा बीमारियों से लड़ने में सक्षम हो लेकिन 20 से 25 दिन काका पास हो चुका है सोसायटी ओं में खाद नहीं है और किसान आधार खाद नहीं दे पाए दो-तीन दिन से मौसम में परिवर्तन हुआ है बारिश के भी आसार लग रहे हैं जिन किसानों ने आधार खाद नहीं दिया है वे किसान अब अपनी फसल को खाद देना चाहते हैं लेकिन अभी भी नहीं मिल रहा हैै सोसाइटी से हताश होकर वापस जा रहे हैं सोसाइटी वालों का कहना है कि जल्दी आने वाला है कुछ किसान सक्षम होते हैं वह किसान अग्रिम उठाव खाद का कर लेते हैं लेकिन उनकी संख्या 5 से 10% ही होती है अगर सारे किसान अग्रिम उठाव करें तो उसी समय खाद का संकट आ जाता किसानों का कहना है कि खाद का भाव भी बढ़ गया है और मिल भी नहीं रहा है तुरंत उमरखली सोसाइटी में सभी तरह के खाद उपलब्ध करवाए जाए किसान दशरथ राठौर छतर सिंह गहलोत दीपक कुशवाह मनोहर राठौड़ दूल्हे सिंह पवारसिंह पवार सुंदरलाल और ज्वार सिंह