नीलेश विश्वकर्मा/ दमोह/ पथरिया
पथरिया के कुछ जनपद पंचायत कार्यालय में अधिकारी और कर्मचारियों के वर्षो से ट्रांसफर न होने के कारण भ्रष्टाचार की संभावना तो प्रबल होती ही है, पर चुनाव के समय ऐसे लोग व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने का प्रयास भी करते है। एक तरफ तो प्रदेश सरकार सालों से एक स्थान पर जमे अधिकारियों-कर्मचारियों के तबादले इसलिये भी करती है कि एक ही स्थान पर ज्यादा समय बिताने से इनके संपर्क स्थानीय स्तर पर बढ़ जाते है और भ्टाचार को बढ़ावा मिलता है। मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, आदि पदस्थ,अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा लगभग 14 बर्षों से,सहायक लेखा अधिकारी मनरेगा 13 वर्षों से पदस्थ और प्रधानमंत्री आवास ब्लॉक समन्वयक लगभग 5 वर्षों से, मनीष गोस्वामी ब्लॉक समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन लगभग 5 वर्षों से पदस्थ, रामभरत कटारे प्राभारी सहायक यंत्री के सी बर्मा उपयंत्री घनश्याम प्रसाद चौरसिया उपयंत्री आरिफ खान उपयंत्री विगत 10 बर्षो से पदस्थ हैं। और तबादला नही होने के कारण जनपद पंचायत के होने वाले चुनाव को प्रभावित कर सकते है। परिवर्तन तो प्रकृति का नियम भी है पर पथरिया मुख्यालय पर पदस्थ अधिकारी तथा कर्मचारियों का परिवर्तन नहीं होता है जिनकी सूची भी काफी लंबी है।यहां कर्मचारियों के एक ही स्थान पर रहने के मामले में एक मिसाल है आश्चर्य यह कि इनका विरोध भी नहीं होता है, जो प्रशासन शासन के लिये शर्मनाक तथ्य भी है अधिकारी कर्मचारी अपनी मर्जी आम जनता पर थोपते आ रहे है । राजनीति कि बिसात पर कार्य करते कर्मचारी अधिकारियों की राजनैतिक पहचान के कारण इनका कुछ नुकसान भी नहीं होता है इसलिये वे भी उन्हें यहाँ से नही हटाना चाहते। इन कर्मचारियों के ट्रांसफर दो बार हो चुके है लेकिन राजनीतिक संरक्षण पहुँच होने के कारण यह अपने ट्रांसफर निरस्त करवाने में माहिर हैं।इनका एक ही स्थान पर जमे रहना राजनैतिक संरक्षण के रूप में कई मामले को जन्म दे रहा है। परंतु निरंकुश हो चुके अधिकारी कर्मचारी पर कोई असर नही हो पा रहा है।यह एक बड़ा प्रश्न है, पथरिया जनपद पंचायत के लिये 25 जून को मतदान होना है और ऐसा नहीं हो सकता कि विभागों में वर्षों से बैठे लोग व्यक्ति विशेष से तालमेल न रखते हों। चुनाव के समय कहीं पर भी पिछले 10 वर्षो से लगातार जमे हुए लोगों का तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर किया जाना चाहिए क्योकि ऐसे ही व्यक्ति चुनाव में पक्षपात कर व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचा सकते हैं और ब्लैकमेलिंग का काम भी कर सकते हैं।