सुदर्शन टुडे भास्कर पाण्डेय
गर्मी का असर बढ़ने के साथ ही जिले भर में जलसंकट की समस्या गंभीर होती जा रही है। जिले का मेहंदवानी जनपद क्षेत्र जलसंकट से सबसे अधिक प्रभावित है। यहां जनपद मुख्यालय में ही पानी की भारी किल्लत है। मुख्यालय के दो बोर में असामाजिक तत्वों ने पत्थर डाल दिया है। जिले के मेहंदवानी जनपद क्षेत्र जलसंकट से सबसे अधिक प्रभावित
गर्मी का असर बढ़ने के साथ ही जिले भर में जलसंकट की समस्या गंभीर होती जा रही है। जिले का मेहंदवानी जनपद क्षेत्र जलसंकट से सबसे अधिक प्रभावित है। यहां जनपद मुख्यालय में ही पानी की भारी किल्लत है। मुख्यालय के दो बोर में असामाजिक तत्वों ने पत्थर डाल दिया है। बताया गया कि तहसील कार्यालय के पास और बैगान टोला मार्ग के बोर में पत्थर डाला गया है, जिससे यहां से पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है। पुराने बोर के सहारे ही एक एक दिन छोड़कर पानी की सप्लाई करने का दावा तो किया जा रहा है, लेकिन ग्रामीणों को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल रहा है। भूजल स्तर तेजी से नीचे खिसक रहा है। मेहंदवानी का तालाब सूखकर वर्तमान में खेल मैदान बन गया है। इसी तरह जनपद मुख्यालय बजाग में भी विगत एक पखवाड़े से नल जल योजना बंद पड़ी है। पानी के लिए लोगों को लंबी दूरी तय कर हैंडपंप का ही सहारा लेना पड़ रहा है। पीएचई विभाग द्वारा जलसंकट की सूचना पर पहल तो की जा रही है, लेकिन तेजी से खिसक रहे भूजल स्तर के चलते समस्या बढ़ रही है। बजाग जनपद क्षेत्र में भी पानी की किल्लतः जिले के बजाग जनपद अंतर्गत ग्राम खमेरा में बैगा जनजाति के लोग झिरिया का पानी पीने को मजबूर हैं। इसी तरह ग्राम पंचायत चांडा के बिही दादर, टिकली खेरो में पानी की समस्या है। ग्राम पथरिया के भर्राटोला में हैंडपंप न होने से समस्या है। यहां एकमात्र कुआं ही सहारा है, जिसमें पर्याप्त पानी नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों के साथ साथ बजाग तहसील मुख्यालय में ही नल जल योजना बंद पडी है। गर्मी में यहां प्रतिवर्ष पानी की
टैंकर से पानी सप्लाई की उठ रही मांगः जिले के एक सैकड़ा से अधिक गांवों में पानी की किल्लत लगातार बढ़ रही है। नल जल योजना भूजल स्तर खिसकने के चलते बंद हो रही हैं। ऐसे में यहां टैंकरों से पानी सप्लाई की मांग तेज हो गई है। जिले के डिंडौरी सहित बजाग, करंजिया, अमरपुर, समनापुर, शहपुरा और मेहंदवानी जनपद क्षेत्र के दर्जनों गांव प्रभावित हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि पानी की किल्लत होने के बाद भी अब तक यहां टैंकर से पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। बजाग जनपद के ग्राम बिजौरा तालाब टोला, सेंदुरखार, डूमर टोला, चांडा का दादर टोला, जलदा का ऊपर टोला में टैंकर से पानी सप्लाई की मांग की जा रही है।
परेशान लोग कर रहे हैं चक्काजाम
पानी की समस्या से परेशान लोगों को चक्काजाम भी करना पड़ रहा है। अब तक जिले भर में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर पानी की समस्या को लेकर चक्काजाम किया जा चुका है। जिला मुख्यालय के कंपनी चौक, औरई तिराहा में भी गत दिनों चक्का जाम किया था। इसी तरह समनापुर, अमरपुर सहित ग्रामीणों द्वारा अन्य मार्ग भी बाधित किया गया है। पीएचई विभाग के कार्यपालन यंत्री शिवम सिन्हा बताते हैं कि 50 ट्यूबवेल की स्वीकृति मिली है। जहां भी पानी की समस्या की सूचना मिलती है, वहां पहला प्रयास हैंडपंप का पाइप बढ़ाने, मोटर डालने के साथ नया बोर कराने की पहल होती है।
जिले के मेहंदवानी जनपद क्षेत्र में पानी की सबसे अधिक समस्या है। आगामी सप्ताह में इंजीनियरों की बैठक लेकर जलसंकट से अधिक प्रभावित गांवों को चिंहित किया जा रहा है। यहां पहले विभागीय स्तर पर पानी की व्यवस्था करने का प्रयास होगा। सफलता न मिलने पर यहां टैंकर से पानी सप्लाई का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। जनपद मुख्यालय मेहंदवानी में एक एक दिन छोड़कर पानी की सप्लाई हो रही है। बोर में असामाजिक तत्वों ने पत्थर डाल दिया था, उसकी सफाई कराई जाएगी।