लोहरदगा जिले किस्को प्रखण्ड अंतर्गत नवाडीह जामा मस्जिद के समीप में सोमवार की रात्रि में एजाज-ए-क़ुरआन कॉन्फ्रेंस व जश्ने दस्तार हिफ्ज़ प्रोग्राम का आयोजन किया गया। जिसमें खास मेहमान के रूप में पीरे तरीकत रहबरे शरीअत हजरत अल्लामा व मौलाना सैयद शाह मोहम्मद सैफुद्दीन चिश्ती जमशेदपुर से तशरीफ़ फ़रमा थे। वहीं मेहमानाने खुसूसी मुफ्ती सहरेयार रजा खान, मौलाना इनामुल कादरी, मो. मनौवर आजिज़ी, शायर अज़मत रजा भागलपुरी, नकीब कफील अंबर के अलावा मोकामी ओल्मा ए किराम व सोहराए येजाम तशरीफ़ फरमाएं थे। जिसे अंजुमन-ए-इस्लामियां जलसा कमेटी नवाडीह के ज़ानिब से इस्तक़बाल किया गया। मौके पर आलिम-ओलमाओं ने अपनी तकरीर में बुराइयों को रोकने के साथ शिक्षा को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए कहा कि सभी अपने बच्चों को दीनी के साथ दुनियांवीं तालीम भी जरूर दें। साथ ही कहा गया कि ईमान का दारोमदार नियत पर है दिखवा रियाकारी से बचें। इस्लाम मजहब अमन-सुकून का पैगाम देता है। इसके अलावा शादियों को आसान बनाने औऱ दहेज प्रथा पर रोक लगाने की अपील की औऱ अल्लाह के नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के बताए रास्ते पर चलकर आगे बढ़ने की बातें कही गई। प्रोग्राम के दौरान शायर अजमत रजा भागलपुरी ने अपनी सुनहरी आवाज में नातिया कलाम पेश किया। मौके पर नवाडीह मदरसा के 06 हाफिज ए कुरआन गुलाम साबिर हुसैन बांका बिहार, गुलाम जिलानी भागलपुर बिहार, मोहम्मद मुसर्रत रजा रुगड़ी टोली लोहरदगा, मो आदिल रजा बांका बिहार, मो जिकरुल्लाह एवं मो अफसर रजा नवाडीह लोहरदगा के सरों पर खास मेहमान के हाथों दस्तारबंदी कर हाफ़ीज़ का सनद दिया गया। मौके पर मेहमान अब्दुल रउफ अंसारी, शाहिद अहमद उर्फ बेलू, नेसार अहमद, सलीम अंसारी उर्फ बड़े, संजर अंसारी उर्फ सोनू, मोहीबुल्लाह अंसारी, मौलाना ज़ियाउल हक अशरफी, दिगर हस्तियां तशरीफ़ लाएं थे। प्रोग्राम को सफल बनाने में सदर रौनक इकबाल, सेक्रेटरी हनान अंसारी, खजांची ताजुद्दीन अंसारी, नाजिमे आला मो. हब्बीबुल्लाह हशमती, कारी गुलाम मोहम्मद कादरी, कारी मोहम्मद फैयाज रजा रिजवी, हाफिज आलम रजा हशमती, सनीफ़ अंसारी, शमशाद अंसारी, अजबुद्दीन अंसारी, अमीरुल्लाह अंसारी, इसरार अंसारी, जबीउल्लाह अंसारी, हसनैन शाह, गुलाम अशरफ, अबीदुल्लाह, तौफीक, कमिल, कलीम, आरिफ, हाशिम, जफरुद्दीन, जाबिर, सहित अन्य लोगों का खास सहयोग रहा।
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