सुदर्शन टुडे संवाददाता शंकर सिंह सोलंकी
जनपद पंचायत किल्लौद में सब इंजीनियरों के अभाव में निर्माण कार्य प्रभावित हो रहे हैं। यहां शासन से स्वीकृत निर्माण कार्यों का समय पर लेआउट भी नहीं दिया जा रहा है। साथ ही निर्माण दिन कार्यों का निरीक्षण नहीं होने से ग्राम पंचायत में यह कार्य भी कछुआ चाल से चल रहे हैं। जनपद पंचायत क्षेत्र की 21 ग्राम पंचायत में सिर्फ दो सब इंजीनियर की पदस्थ है, ब्लॉक में सब इंजीनियरों की कमी के कारण यहां शासन से स्वीकृत कई निर्माण कार्यों का पंचायत में समय पर लेआउट भी नहीं दिया जा रहा है, ग्राम पंचायत के सरपंच निर्माण कार्य को जल्द पूर्ण करना चाहते हैं लेकिन निर्माणधीन भवन ,पुलिया ,तथा अन्य कार्यों की मॉनिटरिंग करने सब इंजीनियरों की कमी होने से निर्माण कार्य की गति धीमी हो गई है, वही स्वीकृत कार्यों को जल्द लेआउट भी नहीं दिया जा रहा है, जिससे विकासखंड के सरपंच सचिव भी परेशान है। ब्लॉक में फिलहाल, खेत , तलाव तलाव,सीसी रोड, निर्मल नीर, वृक्षारोपण आवास निर्माण नंदन पुलिया निर्माण आदि नए एवं पुराने काम हो रहे हैं। यहां पदस्थ दो सब इंजीनियर भी मुख्यालय पर नहीं रहने से कई दिनों तक किल्लौद जनपद पंचायत का रुख नहीं कर पाते जानकारी के अनुसार करीब तीन माह से किल्लौद ब्लॉक में सब इंजीनियर की कमी बनी हुई है यह तीन सब इंजीनियर पदस्थ थे परंतु विधानसभा के आचार संहिता लागू होने से पहले बीते अक्टूबर माह में यहां पदस्थ सब इंजीनियर सलीम खान तबादला बुरहानपुर जिले में हो गया। इसके बाद ब्लॉक की 21 ग्राम पंचायत में कार्य का आवंटन यहां पदस्थ दो सब इंजीनियरों प्रेम नारायण, कुशवाहा एवं राजेश साइचर के बीच में जनपद पंचायत सीईओ ने आवंटित कर दिया है। ब्लॉक की ग्राम पंचायत में केंद्र एवं प्रदेश सरकार से स्वीकृत निर्माण कार्यों की मॉनिटरिंग ठप हो गई है। वही आचार संहिता समाप्त होने के बाद ग्राम पंचायत में नए निर्माण कार्यों केभी नहीं बन पा रहे ब्लॉक की ग्राम पंचायत का कहना है कि जनपद पंचायत किल्लौद मे मनरेगा विभाग से संबंध दो ही सब इंजीनियर पदस्थ है। ऐसी स्थिति में सभी ग्राम पंचायत में निर्माण कार्यों का निरीक्षण करना लेआउट देने के काम समय पर नहीं होते हैं। इनका कहना है किल्लौद जनपद पंचायत में सब इंजीनियरों की कमी की शीघ्र पूर्ति कराएंगे , वह पदस्थ सब इंजीनियरों को नियमित रूप से ग्राम पंचायतो के कामों की मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए जाएंगे यदि सब इंजीनियर निर्माण कार्यों की नियमित रूप से मॉनिटरिंग नहीं करते हैं, तो उनके विरुद्ध भी कार्रवाई करेंगे।