योगेंद्र शर्मा जिला ब्यूरो चीफ सुदर्शन टुडे गुना
।।10 सीटर गाड़ी में भारी 50 बच्चे ना तहसीलदार का ध्यान है। नहीं थाना प्रभारी की नजर।।
गुना जिला मुख्यालय शहर जिले के सभी थाना क्षेत्र में मोटरसाइकिलों की चलने करवाई तो कहीं भी देखने को मिल सकती है परंतु ओवरलोड पर ना जिला मुख्यालय पर ध्यान दिया जा रहा है नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा ही एक मामला बमोरी क्षेत्र के मूंदोल गांव में देखने को मिला जहां पर स्कूल की छुट्टी होने के बाद स्कूल वाहन में जो की 10 सीटर पास होती है जिसमें 50 से अधिक छात्राएं जानवरों की तरह भरे हुए थे और तो और स्कूल पढ़ने वाले नोनिहाल गाड़ी के पीछे खड़े होकर सफर कर रहे थे वाहन चालक द्वारा बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है परंतु जिम्मेदारों की इन पर नजर नहीं जा रही है गलती से यदि पीछे खड़े हुए बच्चों में से किसी का हाथ छूट जाए या पैर स्लिप हो जाए पैरदान पैसे तो गंभीर घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता परंतु इन मामलों में ना तो स्कूल प्रबंधक ध्यान दे रहा है और ना ही संबंधित थाने के थाना प्रभारी तहसीलदार का तो कहना ही क्या है ऐसा नहीं है की इन स्कूल वाहनों में अवैध रूप से नियम विरुद्ध आरटीओ द्वारा निर्धारित किए गए नियम अनुसार क्षमता से अधिक सवारियों को बैठना गैरकानूनी है परंतु यहां तो बच्चों को मौत के मुंह में धकेलने का काम बिंदास रूप से किया जा रहा है जिस पर ना तो बच्चों के परिजनों की नजर है और ना ही स्कूल के संचालकों का बाकी थाना प्रभारी और क्षेत्र के जिम्मेदार तहसीलदार की तो बात ही है लगे जो कि इन पर ध्यान नहीं दे रहे हैं यदि समय रहते इन पर रोक नहीं लगाई गई तो किसी दिन बड़े हादसे घटित होने से इनकार नहीं किया जा सकता है देखने वाली बात होगी कि इस मामले में शिक्षा विभाग के आला अधिकारी स्कूल संचालक को इस गंभीर मामले में क्या निर्देश देते हैं फिलहाल तो बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और वाहन चालक एवं बहन मलिक पैसे के लालच में बच्चों की जिंदगी से खेल रहे हैं।