दलोदा से विक्रम सिंह राजपूत की रिपोर्ट
प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी दशहरा पर्व ग्रामवासियो द्वारा धूमधाम से मनाया गया । दूर दूर से गांव की बहन बेटिया इस पर्व को मनाने पहुँची । दीपावली से ज्यादा गांव के लोग इस पर्व को ज्यादा मान्यता देते है इस दिन हर घर मेहमाननवाजी होती है हर घर मे नमकीन ओर मिठाई बनाई गई । ग्रामवासियो द्वारा हर घर के आगे रंगोलियां बनाई गई इसके बाद सीधे राम रावण के युद्ध की तैयारी की गई सभी लोग सीमेंट से बनी रावण की प्रतिमा के पास पहुँचे जहा पर जोरदार आतिशबाजी की गई ओर राम और रावण की सेना के बीच जलते हुए टोबलो से युद्ध की शुरुआत की गई । राम की सेना की ओर से जलते हुए टोबले रावण की सेना के ऊपर फेके गए । करीब 40 -मिनट चले इस युद्ध मे राम सेना की ओर से दशरथ धाकड़ ने रावण की नाक पर मुक्का मारकर वध किया । जिसके बाद राम की सेना का विजय जुलूस जय जय सियाराम के नारे लगाते हुए हनुमान मंदिर पहुँचकर गांव के प्रमुख मार्गों से होता हुआ निकला जहा जगह जगह रथ में सवार भगवान श्रीराम के विजय जुलूस की पूजा अर्चना की गई तत्पश्यात श्रीराम मंदिर में महाआरती की गई एवम प्रसादी का वितरण किया गया । इस मौके पर थाना क्षेत्र की पुलिस विद्युत विभाग एवम पंचायत के कर्मचारी तथा गांव के कोटवार मौजूद थे ।