ग्रामीणों को नहीं मिला सुविधाओं का लाभ
कहीं अधूरे पड़े सामुदायिक शौचालय तो कहीं लटक रहे ताले
शोपीस बन गए हैं सामुदायिक स्वच्छता परिसर
भ्याना— विधानसभा क्षेत्र सारंगपुर के ग्राम पंचायत भ्याना पहुंची विकास यात्रा के दौरान सामुदायिक शौचालय मनरेगा में भ्रष्टाचार तालाब गहरीकरण और मुक्तिधाम आंगनवाड़ी केंद्र पर लगा गंदगी का अंबार की क्षेत्रीय विधायक कुंवर कोठार एवं सारंगपुर जनपद पंचायत सीईओ डी एन पटेल से शिकायत की गई। ग्राम पंचायत भ्याना में कागज पर भले ही सामुदायिक शौचालय बन गया हो। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है। यहां के अधिकतर ग्राम पंचायत भ्याना में या तो सामुदायिक शौचालय अधूरे पड़े हैं या फिर उनके ताले ही नहीं खुल रहे हैं। ऐसे में ग्रामीणों को अब भी खुले में शौच के लिए जाना पड़ रहा है विभाग की ओर से स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत घर-घर शौचालय बनवाए गए हैं। लेकिन तमाम ग्रामीण ऐसे हैं जिनके पास शौचालय बनवाने के लिए भूमि ही नहीं है। ऐसे लोग भी खुले में शौच नहीं जाएं, इसको देखते हुए हर ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचलय का निर्माण कराया गया है।ग्राम पंचायत भ्याना में लाखों रुपये खर्च करके सामुदायिक शौचालय बनवाया गया है। कहीं महीने से ताला लटक रहा है। या फिर अंदर से आधा अधूरा पड़ा हुआ है।
क्या है पूरा मामला
जिले को ओडीएफ काफी पहले ही घोषित कर दिया गया है। इसी के साथ ही जिले की सभी ग्राम पंचायतों में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया गया है। लेकिन उनमें से अधिकांश में ताला लटक रहा है। इससे कई जगहों पर ग्रामीण अब खुले में भी जाने लगे हैं। ग्राम पंचायत भ्याना के द्वारा महीनों से सामुदायिक शौचालय के ताले नहीं खोले गए हैं।शोपीस बन गए हैं सामुदायिक स्वच्छता परिसर ग्राम पंचायत भ्याना में इस और जिम्मेदार अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को ध्यान देना चाहिए।