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गंजबासौदा (नितीश श्रीवास्तव) // मिनी स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्यों में नगर पालिका प्रशासन द्वारा तेजी लाते हुए विगत दिनों भूमि पूजन के साथ ही विभिन्न कार्यों का श्री गणेश किया गया। ठेकेदार द्वारा मौके पर ही मशीनों द्वारा काम लगा कर नागरिकों को आश्वस्त किया कि कार्य पूर्ण गुणवत्ता एवं समय सीमा में खत्म कर लिया जाएगा। इसी तारतम्य में विगत दिनों धर्म कांटा से बैतौली रेलवे फाटक तक सड़क का चौड़ीकरण का कार्य प्रारंभ किया गया। इस दौरान बरेठ रोड न्यू देहली पब्लिक स्कूल के सामने कार्य के दौरान जल आवर्धन योजना की पाइप लाइन जेसीबी से क्षतिग्रस्त हो गई। जिससे कि कई गैलन पानी व्यर्थ बह गया। इसके साथ ही कई टेलीफोन कंपनियों की केबल लाइन भी बिछी हुई है जो इस तरह के खुदाई के कार्यों के चलते क्षतिग्रस्त होती रहती हैं और नेटवर्क बधित होता है जिससे उपभोक्ताओं को परेशानी उठानी पड़ती है।
मुद्दे की बात यह है कि सड़क का दोनों तरफ से सीसीकरण कर इसे चौड़ा किया जा रहा है। जिसके चलते जल आवर्धन योजना की पाइपलाइन और विभिन्न टेलीफोन कंपनियों की केबल्स नीचे दबी रह जाएंगी। भविष्य में कभी कोई फाल्ट आने पर फिर यह सीसी को खोदा जाएगा और जैसा कि होता आया है कि खोदने के बाद गड्ढे को मिट्टी से बंद कर ऐसे ही छोड़ दिया जाता है। ऐसा नगर की गलियों व मुख्य सड़कों पर देखने में आया है जब नपा द्वारा नए नल कनेक्शन दिए गए तो सीसी की हुई गलियों को खोदा गया और मिट्टी डालकर ऐसे ही छोड़ दिया गया और कहीं लीकेज होने पर सीसी को खोदकर मिट्टी डालकर इतिश्री कर ली गई और यह क्रम साल दर साल यूं ही चलता रहता है। जो कि नागरिकों के टैक्स की बर्बादी है।
कई गणमान्य नागरिकों का कहना है कि नगर पालिका प्रशासन को चाहिए कि सड़क चौड़ीकरण हेतु सीसी के कार्य के पूर्व जमीन के अंदर पाइपलाइन और टेलीफोन केबल का एक विधिवत प्लाॅन बनाकर एक निश्चित दूरी पर चेंबर बनाए जाएं ताकि भविष्य में कोई फाल्ट आने पर इन चेंबर्स से उस फाल्ट को दुरुस्त किया जा सके, ना की सड़क को बार बार खोदा जाए।
स्मार्ट सिटी के कार्य भी स्मार्ट होने चाहिए
वहीं सामाजिक कार्यकर्ता इंदर सिंह केवट का कहना है कि जब शहर को मिनी स्मार्ट सिटी का तमगा मिल ही गया है तो कार्य भी स्मार्ट होने चाहिए। बिजली, पानी, सड़क की सुव्यवस्थित संरचना ही सही मायने में शहर को स्मार्ट सिटी कहने योग्य बनाती है। भविष्य में सीसीकरण को किसी भी कारणवश पुन: न खोदना पड़े, ऐसी व्यवस्था नगरपालिका को करनी होगी।
जनता के टैक्स का सदुपयोग हो
बासौदा संघर्ष समिति के अध्यक्ष मुकेश सिंह राजपूत का कहना है कि इस मामले को पूर्व में भी हमारी समिति नपा प्रशासन के संज्ञान में ला चुकी है। नए नल कनेक्शन से बार-बार होने वाली खुदाई से सीसी करण की बर्बादी होती है और उसकी उम्र भी घटती है। और जनता के टैक्स का सदुपयोग नहीं हो पाता है।
इनका कहना है कि
सड़क के दोनों तरफ 12-12 फिट की खुदाई की जा कर चौड़ीकरण किया जा रहा है। सड़क किनारे केबल कंपनियों को सूचित किया जा चुका है कि वह अपनी केबल लाइन व्यवस्थित कर लें, बाद में कभी फाल्ट होने पर सीसी को खोदने नहीं दिया जाएगा। जल आवर्धन में डीआई पाइप उपयोग में लाए गए हैं जिन की उम्र लगभग 20 से 25 साल रहती है और लगभग यही उम्र सीसी रोड की रहती है। यह मुख्य लाइन है इसमें से नल कनेक्शन नहीं दिए जाते हैं। इसलिए भविष्य में कोई दिक्कत नहीं आयेगी।
– सौरभ श्रीवास्तव, इंजीनियर नपा बासौदा