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ग्राम पंचायत धनककड़ी के पदाधिकारी बन बैठे हैं भ्रष्टाचारी….

 

ग्राम पंचायत धनककड़ी पर समस्याओं की भरमार

आखिर किस अधिकारी के संरक्षण में मिल गए GRS के परिवार बालों को इतने TS?? क्या सच में पात्रता रखता है परिवार ..या परिवार का रोजगार सहायक होने से हो गई चांदी?? क्या अधिकारियों तक भी पहुंच गया भ्रष्टाचार का पैसा , जो अब तक अधिकारी बैठे हैं मोन।।

सिवनी/लखनादौन- जनपद पंचायत लखनादौन अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत धनककड़ी की हम बात कर रहे हैं जनपद पंचायत धनककड़ी के रोजगार सहायक की जो कि सूत्रों से मिली जानकारी ग्राम पंचायत धनककड़ी के ग्राम रोजगार सहायक द्वारका राय की जिन्होंने ग्राम पंचायत को अपनी निजी संपत्ति समझ रखा है? बता दे आपको की इससे भी पूर्व ग्राम पंचायत रोजगार सहायक साहब के ऊपर एक बार निलंबन की गाज गिरी जा चूंकि थी फिर उसके बाद पुनः पदस्थ हुए और फिर ग्राम पंचायत में करने लगे बंटाधार। शिकायत हुई जनपद पंचायत लखनादौन पर फिर बताया गया की ग्राम पंचायत धनककड़ी के रोजगार सहायक द्वारका राय द्वारा अपने ही माता, पिता,भाई,चाचा,भतीजे,चाची आदि के नाम से एक साथ लगभग 25 Ts एक साथ ले लिए मगर किस अधिकार से अधिकारी ने इतने कार्य एक साथ दिया क्या है मामला अधिकारियों के साथ रोजगार सहायक के पर इतने मेहरबान की एक साथ इतने TS दे दिए और तो और बगैर कोई कार्य के इंजीनियर साहब ने मूल्यांकन भी कर दिया। जब इस बात की जानकारी क्षेत्रीय विधायक योगेंद्र सिंह बाबा को लगी तो उन्होंने भी जनपद पंचायत लखनादौन सीईओ के नाम पत्र जारी कर कार्यवाही की बात कही लेकिन फिर भी अधिकारियों ने कार्यवाही नही की इतना ही नहीं मामला दबाने की पूरी कोशिश कर रहे अधिकारी शिकायत पर अभी तक नही हुई कोई कार्यवाही।।

लगभग 40 लाख का गोलमाल ग्राम पंचायत धनककड़ी में….
ग्राम पंचायत धनककड़ी के ग्राम रोजगार सहायक द्वारका प्रसाद राय ने अपने ही परिवार बालों के नाम से अनेकों Ts एक साथ लेकर शासन के लगभग 40 लाख रुपए को अपनी जेब में भर लिए ….हम बता दें आपको की महोदय द्वारा अपने माता,पिता,भाई,चाचा,चाची, भतीजे, आदि के नामों से अनेकों TS ले लिए और शासन को चुना लगा दिया। अगर मनरेगा की ऑनलाइन बेबसाइड से ग्राम पंचायत धनककडी के कार्यों की लिस्ट देखी जाए तो द्वारका प्रसाद राय के परिवार बालों के Ts की लिस्ट खुल कर सामने आ जाती है। जबकि कुछ कार्यों की लिस्ट तो येसी है जिसमे कार्य जीरो और पेमेंट लगभग कंप्लीट है। आश्चर्य की बात तो यह है की इन Ts की जानकारी सब इंजीनियर, एपीओ, एसडीओ सभी को थी लेकिन फिर भी साहब का इतना रुतबा की उसके बाद भी TS मिलते गए और पेमेंट भी बगैर काम के होता गया। इतना ही नहीं ग्राम रोजगार सहायक की माता जी लगभग 80 बर्ष की है और पेंशनधारी हैं जिनको भी साहब ने मनरेगा में मजदूरी का भुगतान कर दिया .. इसके साथ साथ अपने चचेरे भाई निरंजन का भी मनरेगा से भुगतान हो गया जबकि भाई साहब सरकारी स्कूल में अतिथि शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं।।जब इसकी जानकारी माध्यम से लगी तो उन्होंने अधिकारियों को लिखित शिकायत की लेकिन उसके बाद भी ग्राम रोजगार सहायक द्वारका प्रसाद राय के रुतबे के आगे किसी अधिकारी की भी न चली और कोई कार्यवाही नहीं हुई ।।अब देखना होगा की साहब के रुतबा जीत हासिल करता है या गरीब की मजबूरी…।।

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Ravi Sahu

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