राहुल गुप्ता की रिपोर्ट
राजपुर-: जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी मध्यप्रदेश द्वारा श्री रामकथा साहित्य में वर्णित वनवासी चरितों पर आधारित दो विशिष्ट लीलाए एवं चित्र प्रदर्शनी भक्तिमयी शबरी और निषादराज गुह्य की तैयार की गई है। इन लीलाओं को सभी जनजातीय विकासखण्डों के प्रमुख स्थलों पर नाटक के माध्यम से दिखाये जाने हेतु जिले के सातों विकासखण्ड मुख्यालय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे देर रात तक यह मंचन कार्यक्रम चला जो कि नगर परिषद के परिसर में भव्य कार्यक्रम की प्रस्तुति कलाकारों द्वारा दी गयी जिसमे प्रशासनिक अधिकारी व राजनीतिक एवं समाजसेवी व आम जनता द्वारा इस कार्यक्रम को देखा गया जिसमे हजारों की संख्या में लोग शामिल रहे वही सभी कलाकारों ने अपनी कलाओं एवं शबरी व निषादराज की आधारित कथाओं का वर्णन किया गया जिसमें मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई।