विक्रम सौंधिया सुदर्शन टुडे छापीहेड़ा
विक्रम सिंह सोंधिया राजगढ़ -संस्कृत भारती द्वारा दिनांक 6 ,7,8 नवंबर 2022 को तीन दिवसीय अखिलभारतीय महिला संस्कृतसम्मेलन का आयोजन सेवासाधना केंद्र समालखा पानीपथ ( कुरुक्षेत्र )हरियाणा में होने जा रहा हे जिसमे राजगढ़ जिले से पांच मातृ शक्तिया हिस्सा लेगी श्री मति अनिता चौहान श्री मति गायत्री भिलाला श्री मति विनीता राजपूत एवम पवित्रा नागर ।
संस्कृतभारती के विभाग संयोजक श्री नरवर सिंह पंवार ने बताया की इस अखिलभारतीय महिला सम्मेलन में संपूर्ण भारत से संस्कृत भाषी मातृ शक्तिया भाग लेगी एवम् देश भर से संस्कृत के विद्वानों द्वारा मार्गदर्शन किया किया जाएगा ।
संस्कृतभारती के जिलामंत्री श्री चंदर सिंह तोमर का कहना है की इस अखिलभारतीय महिला संस्कृत सम्मेलन में हिस्सा लेना गौरव की बात है जिसे देखने विदेशों से लोग आते है इस सम्मेलन में विद्वानों के द्वारा संस्कृत भाषा के विषय में मंथन किया जायेगा इसका मुख्य उद्देश्य संस्कृत भाषा का प्रचार प्रसार करना आम लोगो की भाषा को संस्कृत भाषा करना हे।
इस सम्मेलन की विशेषताएं हे की इसमें भाग लेने वाली सभी संस्कृत में ही बात करेंगे कोई इसमें हिंदी या अन्य भाषाओं में बात नही करेगा ।
संस्कृत भाषा विश्व की सबसे प्राचीन भाषा हैं सभी भाषाओं की जननी है देवभाषा है इस भाषासंस्कृत (संस्कृतम्) भारत की एक शास्त्रीय भाषा है। इसे देववाणी अथवा सुरभारती भी कहा जाता है। इस भाषा के वर्ण(letters) ऋषि मुनियों द्वारा गहरे ध्यान के बाद इस दुनिया को प्राप्त हुए। यह दुनिया की सबसे पुरानी उल्लिखित भाषाओं में से एक है।इसभाषा को जन सामान्य की भाषा बनाना संस्कृतभारती का उद्देश्य है जो लगातार 1980 से संस्कृत भाषा के प्रचार प्रसार में कार्य कर रही है आज लाखो लोग संस्कृत भाषी हे
कई परिवार संस्कृत परिवार हे
कई घर आज संस्कृत घर हे आज संस्कृतभारती प्रयास से कई ग्राम संस्कृत ग्राम बने है इसका उदाहरण राजगढ़ का झिरी गांव हे जो विश्व प्रसिद्ध हेl
दूसरा कर्नाटक का मुत्तूर गांव है
विदेशों से कई लोग गांव को देखने आते है l
ये गौरव की बात ही की इस संस्कृत सम्मेलन में राजगढ़ से मातृ शक्तियां सम्मलित होने जा रही हैं।
इस अवसर पर सभी कार्यकताओं में हर्ष उल्लास के साथ मंगलमय शुभकामनाएं प्रेषित की ही ।