सुदर्शन टुडे व्यरो शाहनवाज (शानू)
कानपुर देहात
राजपुर। शासन ने किसानों के खेतों को फसल अवशेष से उर्वरक बनाने के लिए और प्रदूषण को रोकने के लिए फसल अवशेष जलाने पर प्रतिबंध लगाने के बाद भी किसान धड़ल्ले से खेतों पर फसलों के अवशेष जला रहे है। तहसील स्तर से कोई रोक न लगाये जाने से क्षेत्रीय किसान बेखौफ होकर खेतों पर फसल अवशेष जला कर प्रदूषण फैला रहे है। बड़ी संख्या में जलाये जा रहे फसल अवशेष से सरकारी निर्देश को ठेंगा दिखा रहे हैं।
भोगनीपुर तहसील क्षेत्र के सटटी,दिवैर,कथरी,स्वारुपपुर सहित क्षेत्र में बड़ी संख्या में किसान खेतों में जमा फसल अवशेष जला रहे है। किसानों की खेती को उर्वरक बनाने के लिए सरकार ने फसल अवशेषों को मिटटी में मिलाकर खाद बनाने के रुप में इस्तेमाल करें। फसल अवशेषों को खेत में न जलाएं। सरकार ने फसल अवशेष जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके बावजूद किसान बड़ी संख्या में अपने खेतों पर फसलों के अवशेष जला रहे है। जिसे तहसील प्रशासन की ओर से कोई रोक नहीं लगाई जा रही है। तहसील अधिकारियों की लापरवाही के कारण किसान बेखौफ होकर फसलों के अवशेष जला प्रदूषण के साथ सरकारी निर्देशों को ठेंगा दिखा रहे है। भोगनीपुर एसडीएम अजय कुमार ने बताया कि क्षेत्र में सूचना करा दी गयी थी। फसल अवशेष जलाते मिले तो जुर्माना लगाया जायेगा।