सुदर्शन टुडे संवाददाता। नसरुल्लागंज
तहसील में झोलाछाप डॉक्टरों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में बिना डिग्रीधारी झोलाछाप डॉक्टर इलाज कर रहे हैं। इसके कारण आए दिन ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं कई बार मरीजों की जान भी चली जाती है। ऐसा ही मामला गोपालपुर थाने का है। जहां महिला की तबीयत खराब होने पर उसे गोपालपुर में एक झोलाछाप डॉक्टर को दिया गया। जहां महिला की हालत और बिगड़ गई। महिला को नसरुल्लागंज सिविल अस्पताल लाया गया, जहां महिला की मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार तहसील के गोपालपुर थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम रानीपुरा निवासी महिला सागर बाई पति भीम सिंह केवट उम्र 25 वर्ष निवासी को घबराहट हुई। महिला के पति भीम सिंह केवट ने बताया कि मैंने गोपालपुर के एक प्राइवेट झोलाछाप डॉक्टर को उसकी पत्नी को दिखाया। डॉक्टर ने क्या पता कोनसा इंजेक्शन लगाया उसके बाद महिला की हालत और खराब हो गई। जिसके चलते मैंने व परिजनों ने महिला को सिविल अस्पताल नसरुल्लागंज लाया गया, जहां डॉक्टर ने महिला को मृत घोषित कर दिया। मृतक महिला के शव को पीएम के लिए भेजा गया। पीएम के बाद महिला के शव को परिजनों को सौंप दिया गया। नसरुल्लागंज पुलिस ने जीरो पर कायमी कर देहाती इंटीमेशन असल मर्ग कायमी हेतु थाना गोपालपुर भेजा गया।
झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार है तहसील में
नसरुल्लागंज क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टर व बंगाली डॉक्टर की भरमार है। इन बिना डिग्री धारी वाले डॉक्टरों द्वारा गलत इलाज के कारण कई लोग अपनी जान गवा चुके हैं। परंतु मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का विधानसभा क्षेत्र होने के कारण झोलाछाप डॉक्टरों पर किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की जाती है। झोलाछाप डॉक्टरों को किसका संरक्षण प्राप्त है। जिसके कारण स्वास्थ्य अधिकारी उन पर कार्यवाही। करने से बचते नजर आते हैं।
इनका कहना है
मामला संज्ञान में आया है टीम गठित करके झोलाछाप डॉक्टरों के ऊपर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी
डॉ. धनजीत बड़ोदिया, बीएमओ नसरुल्लागंज