सुदर्शन टुडे सारनी।
पुनर्वास केंद्र चोपना के वन ग्राम कोलिया में सड़क के अभाव में ग्रामीणों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं ग्राम मुख्यधारा से ना जुड़ा होने के कारण स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित है। इस पर गहन मंथन किया जाए कोलिया वन ग्राम पूर्णता सड़क विहीन है। जिसके चलते ग्रामीणों को बरसात के समय सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों की माने तो उनके द्वारा कई बार सरपंच, सचिव से रोड निर्माण की लिखित एवं मौखिक शिकायत की गई। लेकिन सरपंच और सचिव दोनों ही सड़क निर्माण में रुचि नहीं लेते। ग्रामीणों ने बताया कि कच्चा मार्ग होने के चलते बरसात के दिन में खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है इतना ही नहीं ग्रामीणों को अपना काम चलाने के लिए पलाश के पत्ते सड़क पर बिछा कर अपना मार्ग बनाना पड़ता है। ऐसे में यदि ग्रामीण क्षेत्र में कोई बीमारी से ग्रसित हो या उसे आपातकालीन स्थिति में गांव से बाहर उपचार के लिए ले जाना पड़ा तो ग्रामीण क्या करेंगे। उन्होंने बताया कि पिछले 40 वर्ष से सड़क निर्माण की लगातार मांग की जा रही है। इतना ही नहीं सड़क निर्माण ना होने के चलते 3 ढानों का मुख्य मार्ग से संपर्क टूट चुका है वहीं तीनों ढानों का आवागमन भी पूरी तरह से ठप है। ऐसे में व्यापार और स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाना तो दूर ग्रामीण शहरी क्षेत्र से जुड़ पाए यह भी बहुत मुश्किल है। उन्होंने बताया कि यदि ऐसी स्थिति में गांव में कोई अप्रिय घटना घटती है तो इसकी जवाबदेही किसकी होगी।