चंद्रेश जोशी सी सुदर्शन टुडे रायसेन
शिक्षक नीरज सक्सेना ,गरीब बच्चों में शिक्षा की अलख जगाने ,उत्साह जोश से लबरेज शिक्षक नीरज सक्सेना बोले यह सब मेरी जिद जोश लग्ननिष्ठा का ही नतीजा है
रायसेन।रायसेन जिले के सुल्तानपुर तहसील के ग्राम सालेगढ़ के प्राथमिक शाला के शिक्षक नीरज सक्सेना आगामी 5 सितंबर को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए दिल्ली में राष्ट्रपति पुरस्कार से होंगे सम्मानित।इसके पूर्व उन्हें शिक्षा के उत्कृष्ठ कार्य में इस्पात शिक्षक पुरस्कार भी मिल चुका है।एक ऐसा शिक्षक जिसकी पहली पोस्टिंग पर सभी मित्रों ने कहा की एक ऐसे गांव में जहां जाने के लिये सड़क तक नहीं है वहां कैसे जाकर पढ़ाओगे ।तुम ये नौकरी मत करो,लेकिन इसके बाद भी नीरज सक्सेना की शिक्षा की ज्योति को जलाने की जोश जिद और जुनून ने उस स्कूल में नौकरी ज्वाइन भी की और आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र सालेगढ़ गांव के शासकीय प्राथमिक शाला सालेगढ़ को अपनी मेहनत से ऐसा कर दिया कि पूरे क्षेत्र के बच्चे फटाफट अंग्रेजी में बात करते हैं तो और इस सरकारी स्कूल देखकर लगता है की ये आज के इस दौर में किसी प्राइवेट स्कूल से कम कम नहीं है।आपको हम यह बता दें कि ग्राम सालेगढ़ में जाने आने केके लिए आज भी पक्का बरास्ता नहीं है और सुल्तानपुर मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर है।लेकिन शिक्षक नीरज सक्सेना ने अपनी मेहनत लग्ननिष्ठा और अपने जज्बे के दम से एक-एक करके बच्चों को घर घर से जाकर बुलाया ।गरीब परिवार से जुड़े इन बच्चों को पढ़ाई के लिये मनाया और इसके बाद आज हालात ऐसे बदले हैं कि उस स्कूल को देखकर आप यह नहीं कह सकते कि यह कोई प्राइवेट संस्था से कम है।शिक्षक नीरज सक्सेना इसे अपने परिवार और बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद और अपने इष्ट मित्रों की दुआओं का असर बताते हैं।आपको यह बता दें कि पिछले वर्ष शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय ने शिक्षक नीरज सक्सेना को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया है। नीरज सक्सेना का एक वीडियो पिछले वर्ष सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था ।जिसमें बच्चों की कॉपी किताबों को बैलगाड़ी पर रखकर वह स्वयं बैलगाड़ी चलाते हुए गांव की पगडंडी भरे रास्ते की तरफ ले जा रहे थे ।इस वीडियो से पूरे देश मे शिक्षक बनीरज सक्सेना काफी चर्चा में आए थे।शिक्षक नीरज सक्सेना रोज नए आयाम स्थापित करते जा रहे हैं ।पहले रायसेन जिले में सम्मानित हुए उसके बाद भारत सरकार ने अपना इस्पात ब्रांड एंबेस्डर बनाया और अब देश के महामहिम राष्ट्रपति द्वारा आगामी 5 सितंबर को शिक्षा में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए शिक्षक नीरज सक्सेना को एक बार फिर दिल्ली में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है।