सुदर्शन टुडे संवाददाता दिनेश तिवारी सीहोर
सीहोर। शहर के विश्रामघाट मां चौसट योगिनी मरीह माता मंदिर में जारी गुप्त नवरात्रि के पावन अवसर पर गुरुवार को यहां पर मौजूद श्रद्धालुओं के द्वारा आठवें दिन मां महागौरी की पूजा अर्चना की गई। इसके अलावा यहां पर पंडित उमेश दुबे के सानिध्य में मंदिर के व्यवस्थापक गोविन्द मेवाड़ा सहित आधा दर्जन से अधिक मां के साधकों ने दुर्गा सप्त शती के पाठ के बाद हवन पूजन किया। शुक्रवार को सुबह साढ़े दस बजे नवरात्रि का समापन कन्या भोज के साथ समापन किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ समाजसेवी अखिलेश राय, एसडीएम अमन मिश्रा, श्री सिद्ध हनुमान मंदिर के अध्यक्ष कमलेश अग्रवाल, हिमांशु निगम, प्रवीण तिवारी, सुनील चौकसे, राधेश्याम मकवाना, राकेश शर्मा, रामेश्वर सोनी, सुभाष कुशवाहा, विष्णु परमार आदि मौजूद रहेंगे। इस मौके पर कन्याओं का पूजन किया जाएगा।
इस मौके पर पंडित श्री दुबे ने बताया कि नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। आदिशक्ति श्री दुर्गा का अष्टम रूप श्री महागौरी हैं। मां महागौरी का रंग अत्यंत गौरा है इसलिए इन्हें महागौरी के नाम से जाना जाता है। मान्यता के अनुसार अपनी कठिन तपस्या से मां ने गौर वर्ण प्राप्त किया था। तभी से इन्हें उज्जवला स्वरूपा महागौरी, धन ऐश्वर्य प्रदायिनी, चैतन्यमयी त्रैलोक्य पूज्य मंगला, शारीरिक मानसिक और सांसारिक ताप का हरण करने वाली माता महागौरी का नाम दिया गया। मां दुर्गा की आठवीं शक्ति देवी महागौरी है। इनका स्वरूप अत्यंत सौम्य है। मां गौरी का ये रूप बेहद सरस, सुलभ और मोहक है। देवी महागौरी का अत्यंत गौर वर्ण हैं। इनके वस्त्र और आभूषण आदि भी सफेद ही हैं। इनकी चार भुजाएं हैं। महागौरी का वाहन बैल है। देवी के दाहिने ओर के ऊपर वाले हाथ में अभय मुद्रा और नीचे वाले हाथ में त्रिशूल है। बाएं ओर के ऊपर वाले