रेत से भरे डंफर ने ली एक ओर जान
सुदर्शन टुडे संवाददाता नसरुल्लागंज
नसरुल्लागंज क्षेत्र के नर्मदा घाटों से रेत निकालने का सिलसिला लगातार जारी है और बेखौफ होकर नर्मदा नदी से बड़ी बड़ी पोकलेन मशीन और किस्तियो के माध्यम से रेत निकालकर परिवहन की जा रही है तेज रफ्तार से दौड़ते रेत के डंफर आए दिन लोगों की जान ले रहे हैं और नर्मदा क्षेत्रों में जाने वाले लोगों में भय बना रहता है नर्मदा घाट सीलकंठ में रेत से भरे डंफर ने होशंगाबाद जिले के शिवपुर के रहने वाले उमेश पिता अनार सिंह उम्र बीस वर्ष को कुचल दिया जिस की मौके पर ही मौत हो गई इससे पहले भी ऐसे कई दर्दनाक हादसे हो चुके हैं ओर कई लोगो की जान जा चुकी है लेकिन उनसे सबक न लेते हुए अंध गति से दौड़ते ओवरलोड डंफरो पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती और आए दिन हादसे होते रहते हैं क्या ऐसे ही लोगों की जान जाती रहेगी नर्मदा घाट मंडी सीलकंठ छिपानेर रानीपुरा में माफियाओं के द्वारा नर्मदा नदी से रेत निकाल कर रोड किनारे डंप की जाती है और वहीं से डंफरो को भरा जाता है रोड के कीनारे रेत के ढेर लगे हुए हैं और रोड पर रेत फेली हुई है जिससे बाइक सवारों को फिसलने का डर बना रहता है रोड पर ही ट्रकों को लगा कर रेत भरते हैं वाहन चालकों को निकलने तक की जगह नहीं रहती ग्रामीण क्षेत्रों में बनी करोड़ों रुपए की सड़के सरकार के द्वारा आम लोगों की सुख सुविधा के लिए बनाई तो गई है लेकिन रेत माफिया इन सड़कों पर रेत का स्टॉक करने में लगे हुए हैं लेकिन इस ओर ध्यान देने वाला कोई नहीं है