सुदर्शन टुडे
सांची के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रही पर्चा बनाने वाले हरि सिंह कर्मचारी की मनमानी मरीजों से करता अभद्र व्यवहार ऐसा ही मामला जब सामने आया जब पर्चा बनवाने के लिए रवि अपने पिताजी का पर्चा बनवाने के लिए पहुंचे तब उन्होंने हरि सिंह से कहा कि मेरे पिताजी को डॉक्टर को दिखाना है तो आप पर्चा बना दो हरि सिंह ने पहले तो कहा कि बैठ अभी मेरे को टाइम नहीं है जबकि ड्यूटी टाइम चल रहा था और हरि सिंह इधर-उधर घूम रहा था इसके बाद भी पर्चा बनाने से मना किया इसके बाद थोड़ी देर बाद दोबारा पर्चा बनाने को कहा तो हरी सिंह चिल्लाते कहता है कहां-कहां से उठकर चले आते हो जानवरों को बिल्कुल भी सब्र नहीं है जाओ नहीं बना रहा हूं मैं जो तेरे से बने वह कर ले जाओ कहीं भी शिकायत कर दो मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता जब बोला गया कि आप थोड़ा ठीक से बात करें अपनी भाषा शैली सुधाकर तो हरि सिंह द्वारा बोला गया कि मैं अपनी भाषा शैली ऐसे ही रखता हूं मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता जो आप से बने वह करो मेरा कभी कोई कुछ नहीं कर सकता है और अगर ज्यादा किया तो यहां से धक्के मार के निकाल दूंगा जाओ यहां से नहीं जा रहे हो तो अभी जूते मार के भगा दूंगा यहां से इस तरीके का व्यवहार भी मंत्री के क्षेत्र में हो रहा है तो कहां से स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हो पाएंगे वैसे तो हमारे स्वास्थ्य मंत्री सांची के लिए बड़ी-बड़ी सौगातें प्रदान कर रहे हैं और यह दूसरी तरफ कर्मचारी अपनी मनमानी के चक्कर में सभी व्यवस्थाओं को ताक पर रख रहे हैं अगर ऐसी स्थिति में मरीज के साथ कुछ होता है तो इसकी जवाबदारी किसकी होगी क्योंकि इसका मुख्य कारण यह भी है की कर्मचारी वर्षों से एक ही जगह पदस्थ बैठे हैं ।