माइनिंग व राजस्व ने की कार्रवाई
संवादाता आनंद राठौर
बड़वाह——-क्षेत्र के नर्मदा तट से लगे हुए समीपस्थ कटघड़ा,रामगढ़,बेलसर,रतनपुर,मुरल्ला,सेमरला आदि ग्रामों के पहाड़ी इलाकों में मुरूम चोरी का खेल जोरों-शोरों पर जारी है।अक्सर यहां पर रात के अंधेरे में उत्खनन कर पहाड़ी को समतल कर दिया जाता है।इसमें कई शासकीय पहाड़िया भी होती है।और ट्रैक्टर-ट्राली व डम्परो के माध्यम से मुरूम को मुकाम तक पहुंचा दिया जाता है।सोमवार रात को भी समीपस्थ ग्राम रतनपुर के आसपास मुरुम चोरी का खेल जारी था। करीब 8:30 बजे बाद खुदाई करने के लिए मशीनें व ट्रैक्टर-ट्रॉली,डम्पर वाहन अपने-अपने स्थान पर पहुंच गए थे।और इनका खुदाई करने का कार्य लगभग शुरू हो गया था।ग्राम बेलसर जाने वाले कच्चे मार्ग पर पोकलेन मशीन के माध्यम से खुदाई की जा रही थी। जिसका विरोध कर पास के ही खेत मालिक व कुछ ग्रामीणजन ने आपत्ति जताई।बताया गया कि मशीन ड्राइवर को साफ तौर पर खुदाई करने के लिए मना किया गया था।उसके बावजूद इस स्थान पर अवैध तरीके से धुड़ल्ले से खुदाई की जा रही थी।नहीं सुनने पर खेत मालिक व ग्रामीणजन द्वारा वीडियोग्राफी कर एसडीएम अनुकूल जैन को इसकी शिकायत की गई।जिसके बाद तत्काल अपने दल-बल के साथ एसडीएम मौके पर पहुंचे,तो खुदाई देख दंग रहे गए और दो पोकलेन मशीन को जप्त किया।आगे की कार्रवाई के लिए खनिज अधिकारी सावन चौहान को निर्देशित किया।इन्होंने मौका मुआयना का पंचनामा बनाकर कार्रवाई कर जांच शुरू कर दी। खबर है कि जप्त पोकलेन मशीन से खुदाई नेशनल हाईवे सड़क निर्माणकर्ता कंपनी के पेटी कांट्रेक्टर द्वारा करवाई जा रही थी।और इनके द्वारा चोरी कर मुरूम अपने उपयोग में लाई जा रही थी। पोकलेन मशीन के मालिक निवासी अमलाथा(कसरावद) के साथी से प्रतिनिधि की हुई अल्प मुलाकात में उन्होंने बताया कि हाईवे निर्माण कंपनी के पेटी कांट्रेक्टर को हमारे द्वारा वैध कामों के लिए मशीन दी गई थी।पर उनके द्वारा इस तरीके से काम किया जा रहा था।जो समझने परे है।
पहले ही लग गई थी खबर,कई जेसीबी व ट्रैक्टर-ट्राली,डम्पर भगा ले गए
एसडीएम अनुकूल जैन की कार्रवाई से उत्खननकर्ताओ में हड़कंप मच गया। हालांकि उक्त शिकायत वाले स्थान के अलावा अन्य स्थानों पर भी मुरूम की अवैध तरीके से चोरी की जा रही थी।लेकिन एसडीएम की आने की पहले ही उन मुरूम चोरों को खबर लग गई थी।और वह सतर्क हो गए थे।प्रशासनिक अधिकारियों के आते-आते कई अपने जेसीबी व ट्रैक्टर-ट्राली,डम्पर भगा ले गए। गांव वाले ने बताया कि कारवाई के भय से कई वाहन तेज गति से निकले थे। हादसा होने की भी संभावना थी।
निजी या शासकीय भूमि पर चल रही थी खुदाई
एसडीएम के आदेश पर मंगलवार को तहसीलदार रंजना पाटीदार ने भी घटनास्थल का जायजा लेकर पटवारी व आरआई से खुदाई स्थल की नपती करवाई।और पता लगाया कि खुदाई निजी भूमि पर चल रही थी या शासकीय पर.? जांच होने के बाद तहसीलदार रंजना पाटीदार ने बताया कि खुदाई की भूमि निजी है।और कितनी क्या खुदाई की गई।इसकी भी जिला खनिज अधिकारी के साथ मिलकर नपती की गई। और प्रारंभिक जांच रिपोर्ट बनाकर जिले में प्रेषित की जाएगी।बहरहाल है कि कई दशक से क्षेत्र में बालू रेत का उत्खनन तो जोरों-शोरों पर हो रहा है,पर अब खनन माफियाओं की नजर मुरूम पर है। कई शासकीय पहाड़िया कटी जा रही है। पेड़ काटकर पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। आए दिन भारी मात्रा में मुरूम की चोरी की जा रही है और भू-माफियाओं की इन पर कब्जा करने की मंशा बताई जा रही है। लेकिन शिकायत के अभाव में जिम्मेदार प्रशासनिक नुमाइंदे आंखें मूंदे बैठे हैं। इस ओर कार्रवाई की सख्त आवश्यकता है।