सुदर्शन टुडे समाचार बैतूल रामेशवर लक्षणे
बैतूल। खर्चीले चुनाव के खिलाफ निर्वाचन आयोग का ध्यान आकर्षण करने के उद्देश्य से आमला के समाजसेवी चंद्रशेखर पंडोले आगामी 10 अप्रैल को आमला मुख्यालय से अर्धनग्न होकर भोपाल तक साइकिल यात्रा निकालेंगे। 14 अप्रैल को भोपाल पहुंचकर वे अंबेडकर जयंती के अवसर पर संविधान निर्माता की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर लोकतंत्र का दुश्मन खर्चीला चुनाव के खिलाफ लिखित 10 फीट लंबी अर्थी भोपाल की मुख्य सड़कों से घसीटते हुए 5 बजे तक शांतिमय एकल प्रदर्शन करेंगे।
समाज सेवक चंद्रशेखर पंडोले ने बताया लोकसभा चुनाव 2024 में निष्पक्ष भय मुक्त एवं ज्यादा से ज्यादा मतदान करने, मतदाता जनजागृति अभियान में निर्वाचन आयोग द्वारा प्रत्येक मतदाताओं को घर-घर जाकर दी जा रही मतदाता पर्चियां में पीछे मतदाताओं की सुरक्षा के लिए मतदाता सुरक्षा टोल फ्री नंबर भी स्पष्ट लिखा होना चाहिए। आदर्श आचार संहिता के तहत उम्मीदवार और कार्यकर्ताओं के द्वारा अवैध तरीके से मतदाताओं को प्रभावित करने वाले किन-किन कारणों पर निर्वाचन आयोग से प्रतिबंधित है, मतदाता पर्चियां में लिखने से देश के सभी प्रत्येक मतदाता जागरूक होंगे। इस ओर निर्वाचन आयोग का ध्यान आकर्षण करने के लिए वह अर्धनग्न होकर आमला से साइकिल यात्रा निकालकर भोपाल पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि विगत 5 वर्ष पूर्व भी उन्होंने खर्चीले चुनाव के खिलाफ अभियान चलाया था।
श्री पंडोले का कहना है कि संविधान निर्माता डॉक्टर अंबेडकर ने 25 नवंबर 1949 को संविधान सभा के समापन भाषण में कहा था कि संविधान कितना भी अच्छा हो लागू करने वाले अच्छे होना चाहिए। मतलब ईमानदार होना चाहिए। निर्वाचन आयोग ने चुनाव के लिए खर्च निर्धारित किया है, लेकिन निर्धारित सीमा से 50 से 100 गुना, कई करोड़ रुपये उम्मीदवारों द्वारा खर्च करने से ही महंगाई, बेरोजगारी, निजीकरण, कमीशन खोरी, घूसखोरी, भ्रष्टाचार, जमाखोरी, जातिवाद, सांप्रदायिकता, बिगड़ी कानून व्यवस्था, काला धन, घोटाले, भुखमरी, गरीबी सभी समस्याएं लोकतंत्र का दुश्मन खर्चीला चुनाव है। निर्धारित सीमा से कई गुना ज्यादा खर्च करने वाले इमानदार होंगे बेईमान होंगे निर्वाचन आयोग तय करें। निर्वाचन आयोग निष्पक्ष निर्भीक एवं ज्यादा से ज्यादा मतदान करने के लिए मतदाता पर्चियां के पीछे मतदाता सुरक्षा टोल फ्री नंबर एवं मतदाताओं को प्रभावित करने वाले आयोग से प्रतिबंधित कारणों को भी स्पष्ट अक्षरों में लिखकर 10 दिनों पहले मतदाता पर्ची मतदाताओं तक भेज कर खर्चीले चुनाव के खतरे से लोकतंत्र को बचाने की दिशा में कदम उठाए। चंद्रशेखर पंडोल ने निर्वाचन आयोग नई दिल्ली, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी भोपाल के नाम जिला निर्वाचन अधिकारी बैतूल को ज्ञापन सौंपकर खर्चीले चुनाव का विरोध किया।