संवाददाता रानू जावेद खान
जवेरा दमोह
सरकार ग्रामीण अंचलों में जल जीवन मिशन योजना के तहत घर पानी पहुंचाने का दावा कर रही है। क्योंकि जमीनी हकीकत कुछ अलग नजर आ रही है। आज भी कई गांव के लोग पीने के पानी के लिए तरह रहें हैं। हालात यह हैं कि दूर दूर से पीने का पानी लाकर प्यास बुझा रहे हैं। ऐसा ही मामला जनपद पंचायत जबेरा ग्राम पंचायत परासई का जहां गांव की महिलाओं हेडपंप से पानी भरकर लाना पड़ता है। पीने का पानी उपलब्ध नहीं हो रहा है। पानी भरने के लिए महिलाओं बच्चों बुजुर्ग सहित घरों के बड़ों को भी जुटना पड़ रहा है। जैसे तैसे गांव में पानी टंकी बनी है गांव में जल जीवन मिशन के तहत पाइप लाइन बिछाई गई घर घर नल लगाएं गये है । ग्रामीणों ने राहत की सांस ली कि अब समस्या का समाधान हो जाएगा। लेकिन पानी की समस्या का निदान नहीं हुआ क्योंकि जल जीवन मिशन तहत गांव गांव पेयजल आपूर्ति करने कि लिए आपरेटर नियुक्त किए हैं । आपरेटर की लापरवाही की बजह से पेयजल आपूर्ति प्रति दिन सप्लाई नहीं करने पेयजल संकट बना हुआ है । ग्रामीणों का कहना है आपरेटर 8-10 दिन पेयजल पानी सप्लाई चालू करता जिससे ग्रामीण परेशान रहते हैं। ग्रामीणों द्वारा कई बार शिकायत के बावजूद भी जल जीवन मिशन के अफसर जल संकट से मुक्ति नहीं दिला पा रहे हैं इनका कहना सरपंच लेखन सिंह आदिवासी प्रेशर से पानी नहीं आता टंकी नहीं भर नहीं पानी की समस्या बनी हुई है