रायसेन।मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी के गृह जिले में स्वास्थ्य सुविधाओ के नाम पर किस तरह लापरवाही की जा रही है। इसका जीता जागता उदाहरण रायसेन जिला अस्पताल में देखने को मिला। यहां जिला अस्पताल में सामान्य बुखार का इलाज कराने आए एक नौजवान युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर अस्पताल के बाहर विदिशा रायसेन हाइवे रोड पर चक्का जाम कर दिया। मृतक के परिजनों ने जिला अस्पताल में पदस्थ मेडिकल आफिसर डॉ एमएल अहिरवार पर ₹1000 की रिश्वत लेने के बाद भी इलाज में मनमानी व लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना था कि समय पर इलाज नही मिलने से युवक की मौत हो गई। इधर घटना के बाद सभी डॉक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ हड़ताल पर चले गए। जिससे जिला अस्पताल में अव्यवस्था का माहौल बन गया। आनन-फानन में सीएमएचओ डॉ दिनेश खत्री ने सभी डॉक्टरों और स्टाफ से मीटिंग कर अस्पताल स्टाफ के साथ हुई अभद्रता पर कार्रवाई कराने का आश्वासन देते हुए हड़ताल खत्म कराने के निर्देश दिए।
वीओ- प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी के ग्रह जिला रायसेन मैं स्वास्थ्य सेवाएं कैसी चल रही है। इसका उदाहरण देने के लिए यह घटना ही काफी है। सामान्य बुखार के मरीज को डॉक्टरों की लापरवाही और समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण आज सुबह अंतिम सांस लेना पड़ी। घटना से नाराज परिजनों ने चक्का जाम किया। जिससे बाहर आम जनता परेशान हुई। जिला अस्पताल के अंदर डॉक्टर और अस्पताल स्टाफ की हड़ताल पर जाने से आम मरीज हलाकान होते नजर आए। अब सवाल है कि जब फास्ट मंत्री के गृह जिले में ही स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर ऐसा भद्दा मजाक किया जा रहा हो तो आप प्रदेश के जिलो की स्वास्थ्य सेवाओं का हाल कैसा होगा। इसका अंदाजा आसानी से लगा सकते हैं। इस मामले में मरीज के परिजनों ने डॉक्टर एम एल अहिरवार पर जिला अस्पताल में ₹1000 फीस लेने की बात कहकर मामले को और गंभीर बना दिया है। वही आम लोग ऐसी घटनाएं दोबारा ना हो ।इसके लिए जिला प्रशासन से सख्त कार्रवाई करने के लिए मांग कर रहे हैं।
बाइट- 01रूपेश गौर, मृतक का भाई।
बाइट-02 मिथलेश श्रीवास, स्थानीय नागरिक रायसेन।
बाइट-03 डॉ एके शर्मा , सिविल सर्जन जिला अस्पताल रायसेन