देवराज चौहान सुदर्शन टुडे
राजगढ़। कुछ वर्ष पहले अगर गांव में कोई गंभीर मरीज हो जाता तो उसके लिए परिजनों को यहां वहां भटकते हुए लोगों से मदद मांगनी पड़ती थी फिर चाहे बात प्रसूति महिलाओं की हो या घर में बीमा बड़े बुजुर्ग या किसी घटना में गंभीर घायल हुए मरीजों की लेकिन जब से मरीजों की सुविधा के लिए इमरजेंसी में हमेशा उपलब्ध रहने वाली संजीवनी एम्बुलेंस-108 की सेवाओं शुरू हुई तब से ही लोगों को जीवनदान मिल रहा है। सूचना के महज 10 या 15 मिनट के भीतर पहुंचकर मरीजों की सेवा में स्टॉफ हाजिर हो जाता है। इनमें ईएमटी और पायलेट की भूमिका रहती है। सर्दी, गर्मी और बारिश में पूरे समय डटे रहकर ये मरीजों की सेवा में लगे रहते हैं। गिने-चुने मामलों को छोडक़र और इमरजेंसी में कभी गाड़ी उपलब्ध नहीं होने की दशा में दिक्कत आती है, बाकि समय एम्बुलेंस संजीवनी की तरह काम करती है और मरीजों, घायलों को जीवनदान देने के काम आती है। बीते दिनों में इस तरह से समय पर पहुंची हैं 108 केस एक- 9 मिनट में पहुंची गाड़ी।जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय की गाड़ी को सुबह 6.30 बजे एक घायल की सूचना मिली। भोलासिंह (45) को चोट लगी थी,राजगढ़ में 6.30 पर सूचना मिली और गाड़ी तुरंत 6.39 बजे मौके पर पहुंच गई। घायल का उपचार ईएमटी रोडमल दांगी ने किया। साथ ही राजगढ़ जिला अस्पताल में भर्ती कराया। मामला दो- कुछ ही देर में पहुंचाया अस्पताल। दूसरी घटना रात में 18.52 पर हुई। जिसमें एक पेट्रोल पम्प के पास एक्सीडेंट हुआ। जिसमें सुनील नाम के 24 वर्षीय युवक को कंधे पर चोटें आई थी। हाथ पर भी चोटें आई थीं। उन्हें घटना स्थल से प्राथमिक उपचार करते हुए ईएमटी रामकैलाश दांगी और पायलट विजय मालाकार ने तुरंत जिला अस्पताल राजगढ़ में भर्ती करवाया। मामला तीन – पांच मिनट में मौके पर पहुंची गाड़ी।जीरापुर में एक मामला हुआ जिसमें महज पांच मिनट में पहुंचकर घायल व्यक्ति को अस्पताल शिफ्ट कराया गया। मेहताबसिंह (65) को प्राथमिक उपचार ड्रेसिंग इत्यादि करने के बाद जीरापुर अस्पताल में शिफ्ट कराया। जानकारी मिलते ही टीम पहुंची। ईमटी राजेंद्र सोनी और पायलट देवीलाल दांगी ने समय से उन्हें पहुंचाया। मामला चार-काफी देर ढूंढऩे के बाद मिला घर पहुंचाया।18 मार्च 2024 को सूचना मिली कि पिपलोदी और राजगढ़ के बीच हादसा हुआ। टीम ने पांच बार कॉल बेक किया लेकिन उन्होंने कहा कि घर पर हूं। रास्ते में आ रहा था तब उनको देखा था। फिर टीम को काफी देर बाद घायल मिला। राहुल पिता बनेसिंह निवासी देहरा गांव को चोटें आई थी। टीम ने उसे ढूंढक़र एम्बुलेंस में शिफ्ट कराया और अस्पताल पहुंचाया। ईएमटी प्रेमनारायण दांगी और पायलट सुभाष दांगी ने तत्परता दिखाकर उन्हें शिफ्ट कराया।