सुदर्शन टुडे राजगढ़
राजगढ़। बाबा बदखसानी की दरगाह पर लग रहे 110 वें सालाना उर्स में मंगलवार रात्रि एक महिला दुकानदार के साथ चार लोगों ने मारपीट की। घटना में राजगढ़ निवासी महिला सुनीता मेवाड़े, को लोहे के पाइप नुमा हथियार से मारपीट की गई, जिससे घायल हो गई उक्त महिला के सिर में गंभीर चोट आई, जिसे जिला अस्पताल भर्ती करवाया गया। रात को ही हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने किया थाने का घेराव। विहिप, बजरंगदल नेता सहित *राजगढ़ के भाजपा जिला महामंत्री तथा फायर ब्रांड हिंदू नेता देवीसिंह सौंधियां सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता देर रात पहुंचे थाना परिसर राजगढ़ कोतवाली में। उक्त मामले में राजगढ़ पुलिस ने 04 लोगों अशरफ निवासी कालाखेत राजगढ़, दाऊद खान भोपाल एवं सलीम निवासी इंदौर के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया, विहिप नेता देवीसिंह सोंधिया देर रात तक सैकड़ों हिंदूवादियों के साथ थाने पर ही डटे रहे, पुलिस और देवीसिंह सोंधिया के बीच तीकी बहस भी हुई तब जाकर चार लोगो को किया गिरप्तार बता दे कि तीन दिन पहले भी फायर ब्रांड हिंदू नेता देवीसिंह सोंधिया ने उर्स परिसर में जाकर आयोजक लोगों को स्पष्ट शब्दों में कहा था कि मैले में हिंदुओं के साथ अभद्रता की जा रही हे, जिसे तत्काल रोका जाए,
उन्होंने उर्स कमेटी पर सीधा आरोप लगाया कि इस बार मैला आयोजक कमेटी के नियंत्रण से बाहर हो चुका है, कुछ आसामाजिक तत्व मैले में सक्रिय हो गए, जो कि हिंदू समाज के व्यापारियों को तंग करते हे, परिणाम स्वरूप चार पांच लोग इक्कटा होकर एक महिला के साथ मारपीट करना ये बहुत ही निंदनीय घटना है,आगे से इस प्रकार की घटना की पुनरावृति होती है तो प्रशासन से मांग की है कि मैले का नियंत्रण अपने हाथ में रखे, बता दे कि श्री सोंधीया ने हिंदू व्यापारियों को पूर्ण मदद का भरोसा देते हुए कहा हे कि आधी रात को भी आवश्यकता पढ़ी तो वो तैयार हे, इसका उदाहरण भी मिल गया हिंदू महिला के साथ घटना होते ही सैकड़ों कार्यकर्ता के साथ देर रात तक वो थाने पर डटे रहे, आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही सभी लोग थाने से हटे, उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटना से लगता हे हिंदू समाज के लोगों को उर्स मैले में जाने के बारे में गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता हे, जीस मैले में महिलाओं के साथ अभद्रता की जाती हो वो अब राजगढ़ की परंपरा के खिलाफ है, प्रशासन को सकती बरतने की आवश्यकता हे, उपद्रवियों तथा आसामाजिक तत्वों को मेले में आने पर प्रतिबंधित करना चाहिए