सुदर्शन टुडे पंकज जैन आष्टा
– किसानों ने जताया विरोध, नीलामी रही कुछ देर बंद
आष्टा. शहर की ए ग्रेड आष्टा कृषि उपज मंडी लंबें समय से बदहाली का शिकार पड़ी है। बात चाहे हर कही फैली पड़ी गंदगी की हो या फिर किसानों के साथ तौल में झोल करने की सब कुछ यहां पर हो रहा है, लेकिन मंडी प्रबंधन आंख मूंदकर सोया है। मंगलवार को फिर जब ऐसी स्थिति बनी तो किसानों का आक्रोश भडक़ गया और विरोध शुरू कर दिया। किसानों ने तौल के नाम पर खुली लूट करने का आरोप लगाया। इससे मंडी में कुछ देर नीलामी बंद रही। मंडी प्रबंधन ने आनन फानन में व्यापारियों के साथ बैठक कर चर्चा की। किसानों की तरफ से जो शिकायत आई उसे दूर करने के निर्देश दिए।
मंडी में उपज लेकर आए किसानों का आरोप था कि नीलामी के बाद बड़े तौल कांटे पर उपज तुलाई के पैसे देते हैं। बड़े कांटे पर तौल होने के बाद व्यापारी की दुकान पर जाते हैं तो यहां पर अलग तौल के नाम पर हम्माली, तुलावटी काटी जाती है। इससे उनको दोहरा नुकसान होता है। इसी को लेकर किसानों ने मंगलवार को मंडी में अपना विरोध जताया। कुछ किसानों का तो यह तक आरोप था कि कुछ व्यापारियों की दुकान पर इलेक्ट्रॉनिक तौल कांटे में भी गड़बड़ी कर उनको चुना लगाया जा रहा है। किसानों का कहना था कि मंडी प्रबंधन जल्द ही कदम उठाकर व्यस्था बदले। यदि ऐसा नहीं किया तो जल्द ही आंदोलन किया जाएगा।
व्यापारियों के साथ की बैठक
मंडी सचिव प्रवीणा चौधरी ने मंडी व्यापारियों के साथ बैठक की। किसानों की तरफ से आई शिकायतों को जल्द ही व्यापारियों को दूर करने के निर्देश दिए। व्यापारियों की तरफ से जो बात बताई गई उस पर भी प्रबंधन ने जल्द ही कदम उठाने की बात कही। मंडी सचिव ने बताया कि व्यापारियों से कहा गया है कि यदि किसान बड़े तौल कांटे पर उपज तुलाई कराने के बाद दुकान पर पहुंचता है तो उससे तौल के अलग से पैसे नहीं लिए जाए। व्यापारियों ने भी इस पर सहमति जताई है।
मंडी की आवक में हो रहा इजाफा
रबी सीजन चलने से इस समय आष्टा कृषि उपज मंडी में सीहोर जिले के अलावा देवास, शाजापुर जिले तक के किसान बड़ी संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉली सहित अन्य वाहन से उपज बेचने के लिए आ रहे हैं। मंडी की आवक भी 20 हजार क्विंटल पार हो गई है। यह आवक आगामी दिनों में 30 हजार क्विंटल तक पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है।
वर्जन…
किसानों की तरफ से बड़े तौल कांटे पर उपज तौलने के बाद व्यापारी की दुकान पर भी तौल के पैसे काटने की शिकायत आई थी। इस संबंध में व्यापारियों के साथ बैठक की थी। जिसमें व्यापारियों से कहा गया है कि बड़े कांटे पर यदि कोई किसान उपज तुलाई कर लेकर जाता है तो उससे दुकान पर तौल के पैसे नहीं काटे जाए। व्यापारियों ने भी इस पर सहमति जताई है।
प्रवीणासिंह, सचिव कृषि उपज मंडी आष्टा