सुदर्शन टुडे संवाददाता दिनेश तिवारी सीहोर
सीहोर। श्रेष्ठ भारत की पहचान जहां सदैव धर्म वास करता है, ऐसे सनातन के महान धारक सुदर्शन चक्रधारी भगवान श्री कृष्ण एवं उनके सखा गांडीवधारी अर्जुन ने ही श्रेष्ठ भारत की स्थापना करी थी भगवान श्री कृष्ण ने अपने सुदर्शन चक्र से बड़े-बड़े आता ताई, शिशुपाल, भौमासुर, दंतवक्र अनेक पापियों को उद्धार करा। ऐसे ही अर्जुन ने अपने गांडीव धनुष से बड़े-बड़े पापियों का संघार करा था। इसलिए भारत के कृष्ण राम और अर्जुनों को भी शास्त्र के साथ-साथ शस्त्र भी धारण करना पड़ेगा। उक्त उद्गार नवरात्रि के पावन अवसर पर ग्राम जमुनिया खुर्द में चल रही श्रीमद् भागवत कथा की पूर्णाहुति एवं विश्रामदिवस पर कथा व्यास परम गौभक्त संत श्री पंडित मोहितरामजी पाठक ने व्यक्त किए। कथा में आगे वर्णन करते हुए कहा कि शास्त्र हमें श्रेष्ठ बनाता है हमारे अंदर ज्ञान का भंडार भरता है और शस्त्र हमारी शौर्य सम्मान आत्मरक्षा और हमारे राष्ट्र्र की रक्षा करते हैं। इसलिए दोनों को धारण करना ही सनातनियों का प्रथम कर्तव्य है। भगवान श्री कृष्ण ने मुरली का वादन करा सुदर्शन को धारण करा और सुदामा जैसे निर्धन गरीब भगवत प्रेमियों को अपनाया हमको भी अपने वंचित जनजाति आदिवासी गरीब सनातनियों को अपनाना है एवं जो लोग भगवान श्री रामकृष्ण को मानते भारत माता की जय बोलते हैं वह सभी हमारे और भारत मां को डायन कहने वाले गौ माता का भक्षण करने वाले आता ताई पापियों का नाश करना हर सनातनी का कर्तव्य है।
आज हम सभी को भगवान श्री कृष्ण श्री राम हनुमान जी से प्रेरणा लेते हुए अपने जीवन में श्रेष्ठ भावनाएं एवं चरित्र का निर्माण करना है। जिससे श्रेष्ठ भारत का निर्माण हो सके आज की कथा में वरिष्ठ समाजसेवी अखिलेश राय, विश्व हिंदू परिषद प्रांत सह मंत्री सुनील शर्मा, जगदीश कुशवाह, आशीष सिसोदिया, गुलाब प्रजापति, झरखेड़ा सरपंच सुरेश विश्वकर्मा एव मोहन माली, विद्यार्थी परिषद से ऋषि सोनी, संपूर्ण एबीवीपी टीम मोनीष राजपूत, शिवनारायण चौकसे, ब्रह्मानंद चौकसे, विष्णु चौकसे, महेश चौकसे, रवि चौकसे,अंकित चौकसे व आयोजन कर्ता चौकसे परिवार ने संपूर्ण जमुनिया खुर्द एवं आसपास के क्षेत्र वासियों का हृदय से आभार व्यक्त किया।