पचोर (हरीश भारतीय) सुदर्शन टुडे।
वीर सावरकर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पचोर में 26 दिसम्बर को गुरू गोविन्दसिंह जी के साहबजादे वीर जोरावर सिंह एवं फतेहसिंह के त्याग एवं बलिदान को याद करते हुए उनकी स्मृति में वीर बालक दिवस मनाया गया। प्राचार्य प्रो. आर.के.गुप्ता ने विद्यार्थियों से चर्चा करते हुए बताया कि मात्र 07, 08 वर्ष की उम्र में धर्म, संस्कृति एवं राष्ट्र की रक्षा के लिए नन्हे-नन्हे बालकों ने अपना बलिदान दिया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए एन.एस.एस एवं आई.क्यु.ए.सी. प्रभारी प्रो. श्रीराम जटिया ने वीर बाल दिवस के बारे में विस्तार से विद्यार्थियों को बताया और कहाकि साहबजादे जोरावरसिंह एवं फतेहसिंह का बलिदान युवा शक्ति के लिए प्रेरणा है, अतः हम सब राष्ट्र एवं संस्कृति की रक्षा के लिए वीर बालकों से प्रेरणा लें। कार्यक्रम में समस्त महाविद्यालय स्टॉफ के साथ ही बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे। संचालन प्रो.श्रीराम जटिया ने किया एवं आभार महेश सोनी ने व्यक्त किया।