ए के शुक्ला प्राचार्य की भ्रष्ट मानसिकता का हुआ उजागर
ब्यूरो चीफ रमाकांत चंद्रवंशी जिला अनूपपुर
अनूपपुर /पुष्पराजगढ़ मुख्यालय में शासकीय कन्या शिक्षा परिसर संचालित है जहां पर शासन द्वारा दिया जा रहे बच्चों के सुविधा हेतु बजट का समयानुसार उपयोग नहीं हो रहा है गलत संचालन व्यवस्था के कारण बालिकाएं शासन की योजनाओं से मिल रही लाभ से वंचित होना पड़ रहा है।
शिक्षा सत्र खत्म होने को है परंतु नहीं मिल पाया सामग्री
आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग भोपाल का पत्र क्रमांक0762/2021-22/14-891 भोपाल दिनांक-31/3/2021 द्वारा कन्या शिक्षा परिसर पुष्प राजगढ़ के विद्यार्थियों के संख्या के आधार पर मदवार शिष्यवृत्ती पाठ्य पुस्तक,स्टेशनरी,पोषण आहार गणवेश,कोट ब्लेजर, खेलकूद खेल आयोजन,संस्कृतिक कार्यक्रम आदि के लिए 79 लाख 59 हजार रुपये सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग अनूपपुर द्वारा दिनांक 29/9 /2021 को प्रदाय किया गया था I जनजातीय कार्य विभाग भोपाल के पत्र क्रमांक-543-103-2021/1028भोपाल दिनांक 29/08/2021 के द्वारा गणवेश एवं विस्तार के सामग्री क्रय करने हेतु प्राचार्य को अधिकृत किया गया था परंतु आदिवासी बालिकाओं की शिक्षा पर परिसर के प्राचार्य एके शुक्ला ने भंडार क्रय नियम के विरुद्ध सामग्री क्रय किया गया है जो उनके भ्रष्ट मानसिक को उजागर करता है I यह सामग्री शिक्षा सत्र 2021-22 समाप्त होने को है परंतु गणवेश की वितरण सभी छात्राओं को नहीं कराया गया ! कुछ ही छात्राओं को गणवेश देकर कालम पूर्ति की गई है ।
ठंडी भी समाप्त हो रही है परंतु अभी तक बच्चों को कोर्ट ब्लेजर नहीं मिल पाई।
खेल आयोजन के बिना ही राशि आहरण कर ली गई
माह सितंबर 2021 से प्राप्त राशि को बगैर खेलकूद आयोजन के कार्यक्रम कराए बिना ही आदिवासी छात्राओं के पैसा को दिखाया गया है छात्राओं के बैंक खातों में शिष्यवृत्ती नहीं डाली गई स्टेशनरी एवं प्रसाधन सामग्री की राशि नहीं डाली गई जो छात्राओं के बैंक खाता में जमा होना था परंतु लाखों के कमीशन के चक्कर में एके शुक्ला ने स्टेशनरी सामग्री स्वयं खरीदे हैं गरीब आदिवासियों की बालिकाओं का इस तरह का शोषण शासकीय कन्या शिक्षा परिसर पुष्पराजगढ़ के प्राचार्य द्वारा भ्रष्ट मानसिकता एवं उदासीनता व उनके कार्य दक्षता पर सवाल उठना स्वभाविक है।
पूर्व में भी एके शुक्ला को प्रभारी प्राचार्य पद से अन्य संस्था से प्रथक किया जा चुका है
वर्तमान में पदस्थ एके शुक्ला प्राचार्य शासकीय कन्या शिक्षा परिसर पुष्पराजगढ़ को इनके कार्य के प्रति उदासीनता एवं भ्रष्टाचार के कारण प्रभारी प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मांडल पुष्पराजगढ़ एवं शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अनूपपुर से पृथक किया जा चुका है और अब इनका कारनामा शासकीय कन्या शिक्षा परिसर पुष्पराजगढ़ में दिखना शुरू हो गया है । ऐसे अधिकारियों को कब तक सबक मिलेगा या फिर से शासन प्रशासन के बेहतर गठजोड़ के कारण अपना पांव जमाए रहेंगे एवं आदिवासी बालिकाओं के हक पर डाका डालते रहेंगे।