शशांत गौर (टीटू)संवाददाता सुदर्शन टुडे न्यूज़ खंडवा
करोड़ों खर्च होने के बाद भी मरीज को नहीं मिल रही है मूलभूत सुविधाएं खंडवा के बड़े अस्पताल की हालत बद से बस्तर होती जा रही है अस्पताल के मेल मेडिसिन बात की वर्तमान स्थिति है कि जिले का सबसे बड़ा हॉस्पिटल मेडिकल कॉलेज होने के बावजूद मरीजों को बिना बेड बिस्तर के नीचे फर्श पर ही लौटकर इलाज किया जा रहा है अस्पताल के मेडिकल वार्ड में महिलाओं से ज्यादा उसके रिश्तेदार का जाम बड़ा लगा रहता है मेडिकल स्टाफ अपना काम इमानदारी से नहीं कर रहे हैं जिसका कारण करोड़ों खर्च करने के बाद भी जस से तस हालात बने हुए अस्पताल प्रबंधन कानून के कानो में जू तक नहीं रेगती आलम है कि यहां आम और खास में काफी अंतर है