संवाददाता! सुदर्शन टुडे सिलवानी
हादसा होने पर कर्मचारी को होगा नुकसान।
सिलवानी :- बिजली कंपनी के लाईनमेन तथा हेल्परों के पास सुरक्षा उपकरण ना होने के कारण वह हमेशा ही जान जोखिम में डाल कर बिजली लाईन दुरुस्थ किए जाने का कार्य कर रहे है। उपकरण के अभाव में बिजली के पोल पर चढ़ कर बिजली लाईनों में दुरुस्थी का कार्य किए जाने से हमेेश ही हादसा होने का भय बना रहता है। तहसील के 246 गावों में बिजली कंपनी के मैदानी कर्मचारियो में शामिल लाईनमेन व हेल्पर के द्वारा बिजली लाईनो में आने वाले गड़बड़ी को दुरुस्थ किए जाने का कार्य कई मीटर लंबाई वाले पोल पर चढ़ कर दिन रात के समय किया जाता है। लेकिन इन कर्मचारियों के पास सुरक्षा के कोई उपकरण नही होते है। यह कर्मचारी बगैर सुरक्षा उपकरण पहने ही पोल पर चढ़ कर जान जोखिम में डाल कर कार्य करते है। उपकरण के अभाव में कार्य किए जाने से हमेेश ही हादसा होने की आशका बनी रहती है बीते सालों में पोल परचढ़ कर कार्य किए जाने के दौरान बिजली का करंट लगने के अनेक हादसे हो चुके है।पोल पर चढ़ कर बिजली लाईन दुरुस्थ कर निर्बाध रुप से बिजली सप्लाई जारी रखे जाने के लिए लाईनमेन व हेल्परों के द्वारा दिन के उजाले व रात क अंधेरे में भी विजली उपभोक्ता की शिकायत पर लाईनों को ठीक किया जाता हैं। लेकिन सुरक्षा उपकरण मसलन दस्ताने सहित अन्य सामग्री ना होने से कर्मचारियों को बगैर सुरक्षा उपकरण के कार्य करना पड़ रहा है। बिजली कंपनी के बरिष्ठ अफसरों के द्वारा पोल पर च़ढ़ कर लाईन सुधारे जाने का कार्य करने वाले कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नही कराए जा रहे है। बगैर सुरक्षा उपकरण से किए जारहे कार्य से कभी भी हादसा होने से इंकार नही किया जा सकता है। पूर्व में बिजली के पोलो पर कार्य के दौरान कर्मचारियों के साथ हादसे हो चुकेे है।नगर की सामाजिक संस्था नगर विकास समिति ने विद्युत वितरण कंपनी के महा प्रबंधक को पत्र लिख कर लाईनमेन व हेल्परो को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जाने, पोलों पर से तारो का लोड कम किए जाने तथा खुली डीपी बाक्स पर दरवाजा लगाए जाने का आग्रह किया है।
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