नारायणगंज जनपद पंचायत के अधिकारियों की लापरवाही खुलकर सामने आई , सोमवार को जनपद पंचायत नारायणगंज अंतर्गत होने वाले मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह के आमंत्रण पत्र शुक्रवार को सोशल मीडिया में वायरल हो रहे थे, जिसमें क्षेत्र के सांसद और प्रदेश के मुखिया का नाम नदारद था , जिसके चलते यह खबर जन चर्चा में बन गई, कि अधिकारियों की लापरवाही और तानाशाही के चलते क्षेत्र के जनप्रतिनिधि का ही नाम आमंत्रण पत्र में नहीं लिखा गया विरोध हुआ तब आनन-फानन में शनिवार के दिन जनपद पंचायत के अधिकारियों ने नए कार्ड छपवाए , जिसमें मुख्यमंत्री और जिला पंचायत सदस्य और सांसद का नाम ऐड करवाया गया, जनपद पंचायत मे चल रही अधिकारियों की मनमानी और लापरवाही पर क्षेत्र की जनता के साथ-साथ अब जिले के जनप्रतिनिधियों का भी गुस्सा सामने आ रहा है
रामप्यारे कुलस्ते ( पूर्व विधायक निवास)
आमंत्रण पत्र में सांसद और मुख्यमंत्री का नाम नहीं होना गंभीर विषय था , अधिकारियों को ज्ञान नहीं कि प्रदेश स्तर की योजना होने के वावजूद मुख्यमंत्री का नाम नहीं लिखा गया जो कि गलत था
संदीप नामदेव (सांसद प्रतिनिधि)
अधिकारियों को ध्यान रखना चाहिए और जिम्मेदारी से काम करना चाहिए सांसद का नाम आमंत्रण पत्र में नहीं था जो कि सरासर ग़लत है, इसमें मैंने आपत्ति ली है