मंडला ब्यूरो
नारायणगंज – जहां एक तरफ प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एंटी माफिया अभियान चला कर अवैध कारोबार पर सख्ती से लगाम लगाने पर जुटे हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में सट्टा जुआ शराब का अवैध कारोबार अपनी चरम सीमा पर है और पुलिस प्रशासन इन अवैध कारोबारियों को संरक्षण प्रदान करने में दिन रात से लगा हुआ है
मामला है नारायणगंज जनपद क्षेत्र का जहां शराब जुआ सट्टा पट्टी का कारोबार मकड़ जाल की तरह समूचे क्षेत्रों में गुलजार हो रहा है जिससे ग्रामीण परेशान हैं लोगों के घरों में आये दिन सट्टा पट्टी में पैसा गंवाने वालें लोगों के घर तबाह हो रहे हैं वहीं दूसरी तरफ स्थानीय पुलिस प्रशासन आराम फरमाते नजर आ रहा है
शिवराज के राज में नारायणगंज की क्षेत्र की कानून व्यवस्था गर्त में
पुलिस प्रशासन कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति कर के वाहवाही लूटने में लगा है परंतु अभी भी क्षेत्र के भावल, निवास,बबलिया, नारायणगंज, बालई पुल,मंगल भवन ग्राउंड,बड़ चौराहा में खुलेआम सट्टोरी पट्टी लिखने में मग्न है
लगातार अखबारों में प्रकाशित समाचार से भी नहीं ले रहे संज्ञान
लगातार अखबारों में प्रकाशित हो रही खबरों से भी टिकरिया पुलिस प्रशासन की नींद नहीं खुल रही दलालों के द्वारा खुलेआम पुलिस की नाक के नीचे अवैध कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है
पुलिस की हिस्सेदारी पर खड़े हो रहे हजारों सवाल
पुलिस प्रशासन का उदासीन रवैया से यह साबित हो रहा है कि दलालों और सट्टेबाजों के द्वारा पुलिस प्रशासन को भी कुछ हिस्सा पहुंचाया जा रहा है जिसकी चर्चा समूचे नारायणगंज क्षेत्र में बनी हुई है
लोग बाग अपने घरों का अनाज और घरेलू समान बेच लगा रहे दांव
नारायणगंज क्षेत्र में सट्टा जुआ का मकड़ जाल कुछ इस तरह फैला है कि अब तो लोग बाग और दिहाड़ी मजदूर अपने घरों का कीमती समान और राशन बेच कर सट्टा पट्टी मे दांव लगा रहे हैं और दलाल मलाई खा रहे हैं जिससे ग्रामीणों और महिलाओं में टिकरिया पुलिस प्रशासन के खिलाफ खासा आक्रोश व्याप्त है