मंडला ब्यूरो, नारायणगंज
नारायणगंज – मध्यप्रदेश के मंडला जिले के अंतर्गत आने वाली नारायणगंज जनपद विकास से कोसों दूर है , आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी नारायणगंज में अभी भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव बना हुआ है , राजनीतिक दृष्टि से देखा जाए तो मंडला जिले की राजनीति का केंद्र बिंदु कहे जाने वाले नारायणगंज जनपद क्षेत्र अभी भी विकास से अछूता है, नारायणगंज क्षेत्र को वोट बैंक की दृष्टि से ही देखकर यहां की जनता का फायदा उठाने का काम राजनीतिक दलों ने किया है , चाहे वह सत्ताधारी पार्टी हो या फिर विपक्षी पार्टी और दल, नारायणगंज क्षेत्र में अभी भी नाली,सड़क,खेल मैदान जैसी मूलभूत सुविधाएं भी यहां के रहवासियों को शासन उपलब्ध नहीं करा पाया , सरकार किसी भी पार्टी या दल की हो हमेशा से ही नारायणगंज क्षेत्र के लोगों का शोषण होता आ रहा है
नारायणगंज नगर की हर गली मोहल्ले कालोनी में नाली निकासी की व्यवस्था नहीं
नारायणगंज नगर में हर गली मोहल्ले में गंदे पानी की नाली निकासी की व्यवस्था दुरुस्त नहीं है आए दिन वार्ड वासी और ग्रामवासी पंचायत पर शिकायत करते रहते हैं, परंतु उनकी समस्याओं का हल ना ही ग्राम पंचायत कर पा रही हैं , ना ही जनपद पंचायत, सड़कों में पानी भरा रहता है जिसके चलते लोगों के कपड़े भी खराब होते और लोगों को आवागमन करने में मुश्किल का सामना करना पड़ता है
खेल मैदान न होने से दम तोड़ रही युवा खेल प्रतिभाएं
नारायणगंज नगर में खेल मैदान नहीं होने से खेल प्रतिभाएं दबकर रह गई हैं। खेल मैदान के अभाव में खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका नहीं मिल पा रहा है। क्षेत्र में कोई ऐसा खुला मैदान भी नहीं है, जहां सुबह-शाम युवा अभ्यास कर सकें। इससे क्षेत्र की खेल प्रतिभाएं भी पलायन को विवश हैं।
खेल से जुड़े जानकारों का कहना है कि क्षेत्र में अनेक खेल प्रतिभाएं छुपी हुई हैं। उनको तलाश कर तराशने की जरूरत है। दुर्भाग्य से क्षेत्र में खेल सुविधाएं तो दूर की बात अभ्यास के लिए ढंग का मैदान नहीं है,मंगल भवन के समीप एक छोटा ग्राउंड है परंतु वहां पर भी सब्जी मंडी भरती है, क्षेत्र में एक से बढ़कर एक खेल प्रतिभाएं हैं लेकिन संसाधनों के अभाव और आर्थिक तंगी से ये प्रतिभाएं अपना दम दिखाने से पहले ही दम तोड़ देती हैं।
अवैध शराब के कारोबार का गढ़ बना नारायणगंज क्षेत्र
नारायणगंज नगर में बिना लाइसेंस वाली अंग्रेजी अवैध शराब अब चाय पान के टपरों ठेलों पर आसानी से उपलब्ध हो रही है जिससे के कारण सबसे अधिक प्रभावित युवा वर्ग है। इससे उनका मानसिक संतुलन खराब हो रहा है, एक बार नशे की लत में पड़ने के बाद इससे निकलना मुश्किल हो रहा है , नारायणगंज नगर में कुडामैली टिकरिया के समीप हाईवे पर चाय टपरों और ठेलों पर आसानी से शराब बिक्री प्रशासन की नाक के नीचे जारी है परंतु कार्रवाई करने में प्रशासन पीछे हटता नजर आता है
कालेज की मांग को हुए सालों, कोई सुनवाई नहीं
नारायणगंज क्षेत्र में कॉलेज की मांग ग्रामीणों और स्थानीय नेताओं द्वारा सालों से की जा रही है परंतु शासन द्वारा कोई सुनवाई नहीं हो पा रही 12वीं के बाद बच्चों को पढ़ने के लिए मंडला या फिर 60 किलोमीटर दूर जबलपुर शहर जाना पड़ता है, कई बच्चे आर्थिक तंगी के चलते दूसरे शहर पढ़ने नहीं जा पाते , नारायणगंज क्षेत्र में अगर शासन द्वारा कॉलेज खोल दिया जाएगा तो क्षेत्र के बच्चों को दूसरे शहर ग्रेजुएशन करने जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और वह आसानी से नारायणगंज क्षेत्र में ही शिक्षा प्राप्त कर डिग्री हासिल कर सकेंगे, परंतु क्षेत्र की जनता की कोई सुनवाई शासन प्रशासन द्वारा नहीं की जा रही है और ना ही पढ़ने वाले छात्रों के भविष्य पर ध्यान दिया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है