सात फरवरी से ग्यारह फरवरी तक चलेंगी परचरी पुराण।
बैतुल/भैंसदेही :- ब्लाक के ग्राम पंचायत चांदू की ग्राम गड़ागवान में परचरी पुराण का आयोजन 7 फरवरी से प्रारम्भ किया गया है। जिसके श्री गणेश से पूर्व ग्राम में कलश यात्रा निकालकर पूजा अर्चना करने के बाद प्रारम्भ की गई थी। जिसके कथा वाचक श्री कमलानन्द जी महाराज (मिटावल वाले) के मुखार बिंद से कथा का वाचन किया जा रहा है। जिसके दो अध्याय पूर्ण होकर तीसरे अध्याय की और अग्रसर है। बता दे कि महाराज द्वारा पिछले दो अध्यायों में सिंगाजी महाराज के बाल्यावस्था और युवाअवस्था में किये गए चमत्कार और उनकी निष्ठावान भक्ति के बारे में कथा में उपस्थित आम जन को बड़े ही विस्तार से बताया गया। कथा में सिंगाजी के जीवन का उदाहरण देते हुवे बताया कि मनुष्य को भक्ति का मार्ग कभी नहीं छोड़ना चाहिए। धन पर कभी घमंड नहीं करना चाहिए। क्योकि धन तो आता-जाता रहता है लेकिन गुरु का दिया ज्ञान कभी खत्म नहीं होता। भक्ति में ही संसार का सुख है। गुरु के मुख से निकली वाणी हमेशा सत्य होती है। सिंगाजी जैसे शिष्य किसी युग में नहीं हुए। उन्होंने अपने गुरु के आदेश पर देह का त्याग कर दिया। वे सच्चे आज्ञाकारी शिष्य थे। प्रभु भक्ति में इसका सदुपयोग करो। कथा के दोनो दिन हजारों की संख्या में श्रोताओं द्वारा सिंगाजी महाराज की महिमा का श्रवण किया गया।