धर्मेंद्र श्रीवास्तव हराना।
राजगढ़ जिले की प्रसिद्ध सिद्ध पीठ मां भेसवामाता के प्रसिद्ध मेले की शुरुआत बसंत पंचमी 26 जनवरी से हो चुकी है राजगढ़ जिले का सबसे बड़ा यह मेला करीब 1 माह तक लगता है क्षेत्र में पशु मेले के नाम से अपनी अलग पहचान रखने वाले इस विशाल मेले में हर साल बड़ी संख्या दर्शनिक शामिल होते हैं बताया जाता है यहां पर जो भी श्रद्धालु आता है वह खाली नहीं जाता। माता रानी हर श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी करती है माता बिजासन के दर्शन और उनसे अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए पहुंचते हैं जिन भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती है उनके द्वारा माघ महीने में विशाल भंडारे का आयोजन कराया जाता है मेले में बड़ी संख्या में अनेक राज्यों से राजस्थान, महाराष्ट्र,उत्तरप्रदेश, सहित कई जगह से व्यापारियों द्वारा मेले में अपनी दुकाने लगाई जाती है आज मां बिजासन डोली (पालकी) में बैठकर गांव के भ्रमण पर निकलेगी जिसकी प्रशासन ट्रस्ट द्वारा समुचित व्यवस्था की गई है पालकी के सामने विभिन्न जिलों से सैकड़ों की संख्या में किन्नर नृत्य करते हुए चलेंगे। जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं महीने भर तक चलने वाले इस मेले में हजारों की संख्या में दूर-दराज से श्रद्धालु मां बिजासन के दर्शन के लिए आते हैं एवं सभी श्रद्धालुओं की मन्नते पुरी होती है मेले की व्यवस्था जनपद पंचायत सारंगपुर के द्वारा की जाती है मंदिर ट्रस्ट के द्वारा ऊपर पहाड़ी पर पेयजल, रोशनी, सहित शौचालय एवं अन्य व्यवस्था की गई है मेले में आने जाने वाले श्रद्धालुओं की निगरानी प्रशासन द्वारा की जा रही है 26 जनवरी बसंत पंचमी को कलेक्टर हर्ष दीक्षित, पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार गोस्वामी, सारंगपुर एसडीएम राकेश मोहन त्रिपाठी, तहसीलदार आकाश शर्मा, सांसद रोडमल नागर,विधायक कुंवर जी कोठार, जनपद पंचायत अध्यक्ष देवनारायण नागर, पटवारी आत्माराम वर्मा, राधेश्याम भिलाला की मौजूदगी में ट्रस्ट की बैठक संपन्न की गई तथा मेले व्यवस्था को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए लीमाचौहान थाना प्रभारी रामवीर सिंह परिहार के नेतृत्व में माता मन्दिर में आने जाने वाले श्रद्धालुओं की पुलिस द्वारा चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है।