सुदर्शन टुडे गंजबासौदा
लंच के नाम पर दोपहर आधा घंटा के लिए बैंक में लग जाता है ताला
देश की सभी बैंक संस्थायें रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नियंत्रण रहती है और रिजर्व बैंक के दिशा निर्देश और नियमों का पालन करते हुए अपने बैंकों का संचालन करती है। तो वही नगर में संचालित होने वाली राष्ट्रीयकृत बैंक की संस्थाएं अपनी मनमर्जी से आरबीआई के नियमों को ताक पर रखकर संचालित हो रही हैं।शुक्रवार को स्थानीय सुभाष चौक स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा गंजबासौदा में ऐसा ही मामला सामने आया। जहां दोपहर 2.30 बजे के बाद ग्राहकों को बैंक से बाहर निकाल दिया और बैंक के मुख्य गेट ताला लगा दिया। दोपहर 3 बजे ताला खोला गया। इस तरह आधे घंटे तक बड़ी संख्या में ग्राहकों को बाहर खड़ा रहने के लिए मजबूर होना पड़ा है। तो वही बैंक के बाहर खड़े ग्राहकों से इस तरह बाहर खड़े रहने का कारण पूछा तो एक वृद्ध महिला ने बताया कि बैंक कर्मचारियों ने हमें लंच टाइम का कहकर बैंक से बाहर निकालकर ताला लगा दिया है। जब से ही हम बाहर खड़े हुए हैं वापस घर भी नहीं जा सकते, घर दूर है। ग्राहकों ने बताया कि बैंक के बाहर एक बोर्ड लगा है, जिसमें बैंकिंग कार्य का समय सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक अंकित है। इसमें कहीं भी लंच टाइम नहीं दर्शाया गया। अगर लंच टाइम लिखा होता तो हम उस हिसाब से टाइम मैनेज करके आते।इस तरह नगर में संचालित होने वाली बैकिंग संस्थाएं अपनी मनमर्जी से लंच टाइम निर्धारित कर बैंकिंग कार्य को बंद कर गेट पर ताला लगा देती हैं। जो की रिजर्व बैंक के नियमों के खिलाफ है। तो वही कुछ ग्राहकों का कहना है कि हमें इस तरह बैंक से बाहर निकालना हमारे साथ दुर्व्यवहार है। ग्राहकों को लंच टाइम खत्म होने तक बैंक में ही बैठने देना चाहिए। तो वहीं कुछ ग्राहकों ने बैंक प्रबंधक से इस मामले में जानकारी चाही तो वह कुछ भी कहने से बचते रहे और दो टूक शब्दों में कहा कि अधिक जानकारी के लिए आप रीजनल ऑफिस से संपर्क करें। नगर के अधिकतर बैंकों में खुलने और बंद होने के साथ-साथ लंच टाइम को उल्लेखित करते हुए बाहर बोर्ड लगा दिया जाता है परंतु नगर के कुछ बैंकों में लंच टाइम अंकित ना होने से ग्राहकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बैंक प्रबंधक को चाहिए कि वह बैंक के बाहर बोर्ड लगाकर स्पष्ट और बड़े अक्षरों में लंच टाइम को अंकित करें, ताकि दूर से आने वाले ग्राहकों को परेशानी न हो।