सुदर्शन टुडे गंजबासौदा नितीश कुमार।
शहर सीमा से लगे ग्राम रजौदा में पड़ोसी की प्रताड़ना और आतंक से तंग आकर पीड़ित परिवार में डीआईजी मोनिक शुक्ला से मिलकर अपनी व्यथा सुनाते हुए लिखित आवेदन प्रस्तुत कर कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। डीआईजी ने स्थानीय पुलिस को कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। पीड़ित मोहन बाबू वंशकार द्वारा की गई शिकायत में बताया गया है कि पड़ोसी फूल सिंह जाटव और उसके परिजनों के आतंक और शराब पीकर गाली गलौज करने मारपीट की धमकी देने व मोहन बाबू की परिवार की महिलाओं के संबंध में अशब्द कहने से वह लंबे समय से परेशान है। कई बार वह देहात पुलिस थाने लिखित में शिकायत कर चुका है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उसने एसडीओपी को भी शिकायत की, सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज कराई, एसपी दीपक कुमार शुक्ला को भी लिखित में शिकायत की, लेकिन पुलिस अधिकारी शायद किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहें हैं ? शिकायत में दर्ज लोगों पर आज दिनांक तक कोई भी एफआईआर दर्ज नहीं की गई, सिर्फ जांच के नाम पर पीड़ित परिवार को टरकाया जा रहा है। यही कारण है कि मोहन बाबू द्वारा लगातार शिकायतें करने के बाद भी प्रताड़ित करने वाले लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है। पुलिस थाने में शिकायत करने के बाद पुलिस आरोपियों से सुविधा शुल्क लेकर उन्हें खुली छूट दिए हुए हैं, यही कारण है कि वह लगातार पिछले 6 महीने से मोहन बाबू के परिवार को परेशान कर रहे हैं गाली गलौज करते हैं कभी पत्थर फेंकते हैं जिससे परिवार परेशान हो गया है। डीआईजी मोनिका शुक्ला द्वारा पीड़ित पक्ष को सुनकर पुलिस को कार्रवाई करने के निर्देश दिए जाने पर परिजनों में कुछ राहत मिलने की उम्मीद जागी है।