सुदर्शन टुडे जिला ब्यूरो सिवनी
कुरई ब्लॉक- के गोंडेगांव में जब बाघ के हमले से पीड़ित ग्रामीण इकट्ठा थे, और अपने जनप्रतिनिधियों के इंतेज़ार कर रहे थे। कि जिन्हें उन्होंने चुना है , वो आएं और उनके ज़ख्मों में मरहम लगायें। उस वक़्त सिवनी बालाघाट के सांसद डॉ ढालसिंह बिसेन घटना स्थल के 3 किलोमीटर करीब थे। पर उन्होने पीड़ितों की सुध लेने की कोशिश नही की।
ज्ञात होकि जब यह घटना घटी, तब पीड़ितों का दर्द साझा करने कई जनप्रतिनिधि वहां पहुंच चुके थे। जिसमें पूर्व ज़िला पंचायत अध्यक्ष मोहन सिंह चंदेल, बरघाट विधायक अर्जुन सिंह ककोड़िया, जनपद सदस्य हरदीप सिंह भाटिया मुख्य रूप से उपस्थित थे।
वहीं सांसद ढालसिंह बिसेन समीपी ग्राम कटंगी और हरहरपुर में प्रधानमंत्री सड़क और अन्य दूसरे कार्यों के शिलान्यास के लिए ग्राम कटंगी के स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में मौजूद थे। कार्यक्रम की तस्वीरें सोशल मीडिया में उपलब्ध हैं।
ऐसी कौन सी मजबूरी थी, और कौन सा आवश्यक कार्य था। जो उन्हें चुनने वाले वोटर्स की जान से ज़्यादा आवश्यक हो गया। क्या सांसद महोदय इतने असंवेदनशील हो गए हैं, कि अपने लोकसभा क्षेत्र में घटित घटना की ज़रा भी चिंता नही।
आदरणीय सांसद जी से यही सवाल है, कि घटनास्थल के इतने समीप होने के बावजूद आप गोंडेगांव क्यों नही पहुंचे।
*सिवनी बालाघाट के सांसद डॉ ढालसिंह बिसेन घटना स्थल के 3 किलोमीटर करीब थे। पीड़ितों की सुध लेने की कोशिश नही की*
सुदर्शन टुडे जिला ब्यूरो सिवनी
कुरई ब्लॉक- के गोंडेगांव में जब बाघ के हमले से पीड़ित ग्रामीण इकट्ठा थे, और अपने जनप्रतिनिधियों के इंतेज़ार कर रहे थे। कि जिन्हें उन्होंने चुना है , वो आएं और उनके ज़ख्मों में मरहम लगायें। उस वक़्त सिवनी बालाघाट के सांसद डॉ ढालसिंह बिसेन घटना स्थल के 3 किलोमीटर करीब थे। पर उन्होने पीड़ितों की सुध लेने की कोशिश नही की।
ज्ञात होकि जब यह घटना घटी, तब पीड़ितों का दर्द साझा करने कई जनप्रतिनिधि वहां पहुंच चुके थे। जिसमें पूर्व ज़िला पंचायत अध्यक्ष मोहन सिंह चंदेल, बरघाट विधायक अर्जुन सिंह ककोड़िया, जनपद सदस्य हरदीप सिंह भाटिया मुख्य रूप से उपस्थित थे।
वहीं सांसद ढालसिंह बिसेन समीपी ग्राम कटंगी और हरहरपुर में प्रधानमंत्री सड़क और अन्य दूसरे कार्यों के शिलान्यास के लिए ग्राम कटंगी के स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में मौजूद थे। कार्यक्रम की तस्वीरें सोशल मीडिया में उपलब्ध हैं।
ऐसी कौन सी मजबूरी थी, और कौन सा आवश्यक कार्य था। जो उन्हें चुनने वाले वोटर्स की जान से ज़्यादा आवश्यक हो गया। क्या सांसद महोदय इतने असंवेदनशील हो गए हैं, कि अपने लोकसभा क्षेत्र में घटित घटना की ज़रा भी चिंता नही।
आदरणीय सांसद जी से यही सवाल है, कि घटनास्थल के इतने समीप होने के बावजूद आप गोंडेगांव क्यों नही पहुंचे।