चंद्रेश जोशी सुदर्शन टुडे रायसेन
रायसेन।आदिवासी बाहुल्य दुर्गम क्षेत्र के शंकरगढ़ नीलगढ़ आदि गांवों में गरीब नौनिहालों को शिक्षा की अलख जगा रहे उनमें विकास संस्कार की नई दिशा दे रहे युवा शिक्षक नीरज सक्सेना ने एक और विद्यालय की साज सज्जा, मनोरम शाला परिसर निर्माण करना ,पर्यावरण खेलों, पर्यावरण संरक्षण ,नित नवीन प्रयोगों से गुणवत्तापूर्ण समावेशी शिक्षा विद्यार्थियों को शिक्षित कर रहे है,उनके इन अविनव प्रयोगों को शिक्षा विभाग, जिले के आला अफसरों ने सराहा, शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्र में अनुपम कार्य करके लिए भारत सरकार के राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान के लिये चयनित किया जाना है ।शिक्षक नीरज सक्सेना को यह राष्ट्रीय पुरस्कार आगामी 5 सितंबर 2022 को महामहिम राष्ट्रपति द्वारा दिल्ली में सम्मानित किया जाएगा ।शिक्षक नीरज सक्सेना इस उपलब्धि पर रविवार को सुबह सीतातलाई धाम पहुँच कर शिक्षक साथी व सीतातलाई धाम समिति के सदस्यों से सम्मान किया । सम्मान सम्मारोह में मुख्य रूप से सीता तलाई धाम समिति के संयोक व आजाद अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष सूर्यप्रकाश सक्सेना, एपीसी अम्बेस , संतराम सक्सेना, आर जी एम विद्यालय के प्राचार्य जितेंद्र शर्मा, रघुवीर सिंह भदोरिया ,आशीष वर्मा,राजीव यादव,प्रमोद दुवे,अन्वेष सक्सेना,कृष्णकांत भार्गव, जितेंद्र राजपूत,राजेश मीना, अमित साहू, सुशील सोनी सुरेंद्र आगरे, प्रदीप सोनी ,एलएन प्रधान आदि परिवार सहित सम्मान समारोह में सम्मिलित हुए।