रायसेन।रबी सीजन की फसल की बोवनी जारी है। किसानों को यूरिया की जरूरत है। ऐसे में जब किसान यूरिया लेने खाद गोदाम ,सोसाइटियों पर जा रहे हैं तो वहां उन्हें प्रति एकड़ सिर्फ 1 बोरी ही यूरिया मिल रहा है।
कृषि उपज मंडी,खाद गोडाउन संजय नगर सहित सोसायटी में यूरिया खाद लेने के लिए पहुंचे कुछ किसानों ने बताया एक बोरी यूरिया प्रति एकड़ के लिए पर्याप्त नहीं है। किसानों ने बताया कि 1 एकड़ में कम से कम 3 से 4 बोरियों की जरूरत होती है।
सिंचाई के भी पर्याप्त इंतजाम नहीं है…..
किसान परसराम दांगी ,मुजीब बेग राहत बेग मसरूर बेग राजेंद्र जाटव, पुरषोत्तम यादव , राधेश्याम वर्मा दीपेंद्र दांगी अरुण दांगी मुनीम सिंह दांगी का कहना है कि जिले में 30 प्रतिशत बोवनी हो चुकी है। गेहूं का अंकुरण भी शुरू हो गया है। लेकिन खाद सोसायटियों और जिला विपणन विभाग की खाद गोदामों में मिल नहीं पा रहा।जितना मिल रहा है, वह पर्याप्त नहीं है। जबकि सिंचाई के पर्याप्त इंतजाम होने के कारण प्रति एकड़ 3 से 4 बोरियों की जरूरत है।खाद की कालाबाजारी की जा रही है….
रायसेन के बाजार में खाद 4 सौ रुपए में भी नहीं मिल रही। खाद की कालाबाजारी की जा रही है। बाजार में पर्याप्त खाद मौजूद है। इस समय डीएपी की जरूरत है, जो उपलब्ध नहीं है। बाजार में एक बोरी डीएपी के साथ दो बोरी यूरिया दिया जा रहा है।
कृषि उपसंचालक,एनपी सुमन का कहना है कि जहां खाद उपलब्ध नहीं है, वहां शिकायत मिलते ही खाद पहुंचाया जा रहा है।