सुदर्शन टुडे
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में नगरीय निकाय चुनाव के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहुंचे 12 नंबर पर आम जनता से चाय पर चर्चा करने उसी दौरान पब्लिक में बैठी महिलाओं ने टाइगर का नाम लेकर कह दिया कि मुख्यमंत्री जी हम टाइगर से बहुत परेशान हैं मुख्यमंत्री जी ने जनता के बीच पुलिस अधिकारियों को बुलाकर निर्देश दिए कि हमारे होते हुए यह टाइगर टाइगर कौन है उसको डंडे मार के अंदर करो भला पुलिस को क्या मालूम यह टाइगर कोई हिस्ट्रीशीटर बदमाश नहीं है यह तो रंगहीन सैनिटाइजर है पुलिस अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के निर्देश मिलते ही इलाके में टाइगर नाम के बदमाश की छानबीन शुरू कर दी छानबीन के बाद पता चला टाइगर नाम का कोई बदमाश इलाके में नहीं है इस नाम की अवैध शराब बिकती है
लोगों की जान से खिलवाड़ ना हो मेरा पहला मकसद- राकेश कुर्मी आबकारी विभाग को इस मामले की सूचना दी गई नवनियुक्त सहायक आबकारी आयुक्त राकेश कुर्मी के संज्ञान में यह मामला जब आया तो उन्होंने कलेक्टर अविनाश लवानिया के निर्देशन में आबकारी टीम से इस मामले को सुलझाने की बात की और साथ ही निर्देश दिए कि तत्काल इस प्रकार की अवैध शराब पर रोक लगाएं जब आबकारी अधिकारियों ने छापामार कार्यवाही कर इस प्रकार की अवैध शराब को ढूंढना चाहा तो वह भी चकित रह गए उन्होंने सहायक आयुक्त राकेश कुर्मी को बताया की इस नाम की कोई अवैध शराब जप्त नहीं की गई बल्कि यह एक रंगहीन सैनिटाइजर है जो मेडिकल स्टोर ओर कई दुकानों पर रखा जाता है जिसे पूर्व तहत सैनिटाइजर के लिए उपयोग किया जाता है लेकिन नशा करने वाले व्यक्ति इस सैनिटाइजर को पानी में मिलाकर शराब की जगह पीते हैं और इसका अधिकतर उपयोग इसलिए हो रहा है क्योंकि यह सस्ते दामों में लोगों को उपलब्ध हो जाता है
टाइगर मिल रहा है मेडिकल और जनरल स्टोर पर एक छोटी सैनिटाइजर की शीशी में लगभग एक बोतल शराब बनाई जा सकती है भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया और सहायक आबकारी आयुक्त राकेश कुर्मी ने इस मामले को जब समझा तो उन्हें सारी कहानी समझ आ गई और फिर आबकारी विभाग ने ड्रग्स विभाग के साथ मिलकर 2 दर्जन से अधिक स्थानों पर छापे मार कार्यवाही की और रंगहीन सैनिटाइजर जब्ती की लेकिन जब्ती मात्र से लोगों की जिंदगी नहीं बचाई जा सकती थी तब कलेक्टर अविनाश लवानिया और सहायक आबकारी आयुक्त राकेश कुर्मी के बीच एक लंबी चर्चा हुई कि अगर यह सैनिटाइजर दुकानों पर इसी तरह छुपा कर बेचा जाता रहा तो हजारों लोगों की जिंदगी दांव पर लग सकती है और इन लोगों की जीवन को बचाने के लिए इस सैनिटाइजर को मध्यप्रदेश में भी पूर्णता बंद कराया जाना अति आवश्यक है तब कलेक्टर अविनाश लवानिया और सहायक आबकारी आयुक्त राकेश कुर्मी ने वरिष्ठ अधिकारियों एवं शासन प्रशासन के बीच इस बात को मजबूती से रखा दो अधिकारियों की इस बात को प्रशासनिक अधिकारियों ने जिम्मेदारी से समझते हुए रंगहीन सैनिटाइजर को पूर्णता मध्यप्रदेश में बंद करने की सख्त निर्देश दिए और मध्य प्रदेश के सभी जिलों में अधिकारियों को आदेशित कर कहां गया कि इस प्रकार के रंगहीन सैनिटाइजर को अगर कहीं भी किसी भी दुकान में बेचते हुए देखा जाता है तो बेचने वाले पर सख्त से सख्त कार्यवाही करनी होगी इस प्रकार इस टाइगर की दहशत से लोगों को आजादी मिल गई और हजारों लोगों को मौत के मुंह से निकालने का भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया और सहायक आबकारी आयुक्त राकेश कुर्मी ने एक अच्छा काम जनहित में कर दिखाया ।