पलसुद———- नगर के निवाली रोड स्थित पिपलेश्वर मन्दिर से प्रातः 5:00 बजे हाथों में मंजीरा, तुरही और लोकल वाद्य यन्त्र बजाते हुए रामधुन का संदेश दे रहे हैं। मनुष्य को ईश्वर से जोड़ने का पिपलेश्वर समिति के गिरीश जायसवाल सदस्यों ने राम धुन प्रभात फेरी नगर में निकाल नगर के लिए नवाचार का संदेश बनी रामधुन राम धुन के साथ भजन गाते हुए सीता राम सीता सीता राम कहिये, जाही बिधि राखे राम ताहि बिधि रहिये, अपने तन- मन से प्रभु का नाम लेते सबेरे-सबेरे रामधुन की अलख से नगर का वातावरण सात्विक हो जाता है। यह क्रम लोगों की मनोवृत्ति बदलने में काफी सहायक साबित होगा।
प्रातः काल की खुली स्वच्छ वायु फेफड़ों में रक्त शुद्ध करने की क्रिया को प्रभावशाली बनाती है। इससे शरीर में ऑक्सी हीमोग्लोबीन बनता है, जो कोशिकाओं को शुद्ध ऑक्सीजन पहुंचाता है कालुनायक ने बताया कि अपनी व्यस्त दिनचर्या में से कुछ मिनट निकाल हम सभी को अपने तन और मन को स्वस्थ रखने हेतु संकल्प ले कर थोड़ा-सा समय प्रदूषण मुक्त सुबह की ठंडी सुहावनी हवा में, जो प्रकृति ने हमें उपहार स्वरूप दी है का लाभ उठा कर जीवन में संजीविनी शक्ति सा संचार करना चाहिए। मन में शुद्ध विचार तभी आते है जब शुद्ध वातावरण शुद्ध आबोहवा हो. शोध के अनुसार प्रातः भ्रमण अवसाद से मुक्ति दिलाने का भी एक सफल उपाय बताया गया है। दिनेश गोले ने बताया
समय और आधुनिकता की अंधी दौड़ में लोगो ने अपनी परंपराओं से दिन प्रतिदिन दूर होते जा रहें ,वास्तव में प्रभातफेरी सिर्फ अध्यात्मिक शांति ही नहीं देती है बल्कि एक दुसरे से परिचय भी कराती समिति के ,हरिश जायसवाल आज के जीवन में जहां कही इन परंपराओं का पालन नहीं किया जाता वह लोग अपने पड़ोसी को भी नहीं पहचान पाते पर जहां प्रभात फेरी होती है हर व्यक्ति एक-दूसरे को भली भांती जानता है और उसके सुख दुःख में शामिल रहते हैं।