उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग रायसेन द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के अंतर्गत रायसेन स्थित स्वामी विवेकानंद शासकीय महाविद्यालय में युवा संवाद आयोजित किया गया। जिसमें महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को एक जिला एक उत्पाद के संबंध में जानकारी दी गई। युवा संवाद कार्यक्रम में उद्यानिकी विभागी विभाग के सहायक संचालक श्री एनएस तोमर, कृषि वैज्ञानिक डॉ मुकुल कुमार, महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ इशरत खान तथा जिले के रिसोर्स पर्सन श्री अरिन्दम अठोत्रा उपस्थित थे।
कृषि विज्ञान केन्द्र के डॉ मुकुल कुमार ने छात्र-छात्राओं को बताया कि टमाटर का मूल्यसंवधन कर टमाटर कैचप, पल्प, प्यूरी पाउडर व सूप आदि बनाया जा सकता है। एक किलो टमाटर से लगभग 600-700 ग्राम पल्प व 300-400 ग्राम सोस तैयार किया जा सकता है। सहायक संचालक उद्यानिकी श्री तोमर ने छात्र-छात्राओं को अपने घर पर छोटे स्तर से आत्मनिर्भरता के लिए किचिन गार्डन तैयार कर घरेलू सब्जी उत्पादन करने की सलाह दी। उन्होंने छात्र-छात्राओं को छोटे-छोटे घरेलू उद्योग की जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य योजना के अंतर्गत प्रसंस्करण इकाई लगाने पर कुल लागत का 35 प्रतिशत या अधिकतम 10 प्रतिशत व बैंक ऋण पर तीन प्रतिशत ब्याज अनुदान दिया जाता है।
सहायक संचालक उद्यानिकी श्री तोमर ने बताया कि जिले में 5500 हैक्टेयर रकबे में टमाटर की खेती की जाती है। इसलिए एक जिला एक उत्पाद में जिले में टमाटर फसल का चयन किया गया है। महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को स्वयं का सूक्ष्म उद्योग स्थापित कर आत्मनिर्भर बनने पर जोर दिया गया। जिले के रिसोर्स पर्सन अरिन्दम अठोत्रा द्वारा उद्योग स्थापित कर उत्पादित सामग्री का मार्केटिंग कैसे की जा सकती है, इसकी विस्तृत जानकारी दी गई।