मंडला से सुदर्शन टुडे न्यूज जिला ब्यूरो चीफ हीरा सिंह उइके की रिपोर्ट
मंडला:- दुनिया से रुखसत होते वक्त मरने वाले के पास अपनो की भीड़ होती है पर जाति समाज में एक गलती इंसान को कभी कभी इतनी भारी पड़ जाती है की मरने के बाद भी इंसान और रिश्ते नहीं पिघलते और इंसान चला जाता है अंतिम संस्कार तो और विदाई तो वो ही करता है जिस का निमित होते है पर जाति जीत जाती है और रिश्ते दम तोड देते है आज घटी घटना तो ये ही बोल बता रही है उम्र दराज हो चली एक महिला का सिविल अस्पताल नैनपुर में निधन हो गया जानकारी लेने पर पता हुआ की घर ससुराल बेटा पति बेटी कोई भी नहीं आना चाहते जानकारी लेने पर पता चला की महिला एक नैनपुर विकास खंड की एक ग्राम की रहने वाली थी घर में पति बेटा था दो बेटी की शादी हो गई थी मायका भी पास के गांव का था कुछ सालो बाद महिला अन्य पुरुष के संपर्क में आई और प्रेम में उसी के हो कर रही कुछ सालो बाद इस पुरुष का निधन हो गया तो महिला अकेले हो गई कल सीने में दर्द के कारण सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया आज मौत हो गई जो जानकार थे पति को खबर की उस ने मना कर दिया बेटी पराई बंधन में बधने से मजबूर हो गई बेटा नागपुर में था खबर की उस ने सुन कर मोबाइल बंद कर दिया मायका वाले भी हाथ लगाने से मना कर दिया न ससुराल वाले आए न मायके वाले प्रशासनिक अधिकारियों को खबर देकर शव को नागरिक मंच ने अपने हवाले लिया और सम्मानित तरीके से नैनपुर तहसील के पीछे महिला का अंतिम संस्कार कर दिया गया उम्र करीब 47 वर्ष की थी महिला की। हम यहां दोनो जाति का उल्लेख भी नही कर रहे है एक बात तो ये घटना साबित कर गई की घृणा जीते जी की और मरने के बाद भी वो नफरत कम नही हुई परिवार की जो उसी परिवार का अंग रही है हर बार की तरह थाना नैनपुर ने जेसीबी उपलब्ध कराई साधु वाद एसडीओपी नैनपुर सु श्री आकांक्षा चतुर्वेदी और थाना प्रभारी श्री जनक सिंह रावत और आरक्षक सुनील हटेल को साथ में मदद गार हाथो को विनोद समुद्रे, नितिन समुद्रे ,नितेश ,बादल, नरेन्द्र चौटल, मनीष, राकेश खरारे सहित सभी को साधु वाद।