Sudarshan Today
LATERI

सुदामा चरित्र की कथा सुन भाव विभोर हो गए श्रोता

लटेरी से विवेक शर्मा

श्रीराम मानस मंडल लटेरी के तत्वावधान में गुलाब बाटिका में चल रही भागवत कथा का समापन रविवार को सुदामा चरित्र के वर्णन के साथ हुआ। कथाव्यास पंडित सुदर्शन जी शर्मा द्वारा सुदामा चरित्र का वर्णन किए जाने पर पंडाल में उपस्थित श्रोता भाव-विभोर हो गए। कथाव्यास ने सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि मित्रता करो, तो भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा जैसी करो। सच्चा मित्र वही है, जो अपने मित्र की परेशानी को समझे और बिना बताए ही मदद कर दे। परंतु आजकल स्वार्थ की मित्रता रह गई है। जब तक स्वार्थ सिद्ध नहीं होता है, तब तक मित्रता रहती है। जब स्वार्थ पूरा हो जाता है, मित्रता खत्म हो जाती है।
उन्होंने कहा कि एक सुदामा अपनी पत्नी के कहने पर मित्र कृष्ण से मिलने द्वारकापुरी जाते हैं। जब वह महल के गेट पर पहुंच जाते हैं, तब प्रहरियों से कृष्ण को अपना मित्र बताते है और अंदर जाने की बात कहते हैं। सुदामा की यह बात सुनकर प्रहरी उपहास उड़ाते है और कहते है कि भगवान श्रीकृष्ण का मित्र एक दरिद्र व्यक्ति कैसे हो सकता है। प्रहरियों की बात सुनकर सुदामा अपने मित्र से बिना मिले ही लौटने लगते हैं। तभी एक प्रहरी महल के अंदर जाकर भगवान श्रीकृष्ण को बताता है कि महल के द्वार पर एक सुदामा नाम का दरिद्र व्यक्ति खड़ा है और अपने आप को आपका मित्र बता रहा है। द्वारपाल की बात सुनकर भगवान कृष्ण नंगे पांव ही दौड़े चले आते हैं और अपने मित्र को रोककर सुदामा को रोककर गले लगा लिया।कथा के अंत में फूलों की होली एवं यज्ञ पूर्णाहुति कर विशाल भंडारे का आयोजन हुआ । बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए।

Related posts

लाड़ली बहना राशि वितरण कार्यक्रम वन क्लिक के माध्यम से 

Ravi Sahu

कुशवाहा समाज ने राजपाल महोदय को दिया ज्ञापन

Ravi Sahu

आरोपी को फांसी की सजा देने को लेकर हिंदू संगठनों ने किया नेशनल हाईवे 752 पर क्या चक्का जाम

Ravi Sahu

लक्ष्मीकांत शर्मा स्मृति लोक कल्याण द्वारा पंडित प्रेम भूषण जी महाराज की रामकथा

Ravi Sahu

लटेरी पत्रकार भवन में श्रमजीवी पत्रकार संघ के ब्लॉक अध्यक्ष चुने गए योगेश पंथी।

Ravi Sahu

नशामुक्ति विना समाज का विकास संभव नहीं– हर्षल चौधरी

Ravi Sahu

Leave a Comment